हिमांशु नौरियाल की रिपोर्ट
हर रोज की तरह उस दिन भी सुबह करीब 10 बजे देहरादून की राजपुरा रोड में स्थित जूलरी शोरूम को खोला गया। शोरूम के कर्मचारी हर रोज की तरह अपने काम में जुट गए। एक-एक कर बड़े-बड़े गहनों को डिस्पले में सजाया गया। त्योहारों का सीजन होने की वजह से ज्यादा कस्टमर आने की उम्मीद में शोरूम गहनों से भरा हुआ था। बस डिस्पले में लगाकर लुभाने की कोशिश हो रही थी, लेकिन आज इस शोरूम में जो होने वाला था उसकी कल्पना किसी ने कभी नहीं की होगी।
देहरादून में 10 मिनट में 10 करोड़ की लूट
देहरादून के राजपुर में रोड में है रिलायंस का जूलरी शोरूम। ये भीड़-भाड़ वाली मार्केट है। करीब 11 बजे तक यहां ग्राहकों को आना शुरू हो जाता है और इसलिए 10 बजे तक शोरूम खुलने लगते हैं। 9 नवंबर के दिन भी यहीं हुआ। दस बजे शोरूम खोलने के बाद कर्मचारी अपने काम में जुटे हुए थे। तभी चार लोग इस जूलरी शोरूम में आए। यहां के कर्मचारियों को लगा कि शायद ग्राहक होंगे। उनका स्वागत किया गया और फिर वो शोरूम के अंदर घुस गए।
हथियारों से लैस 4 लुटेरों ने लूटा जूलरी शोरूम
अभी तक सब कुछ सामान्य था, लेकिन तभी इन चारों लुटेरों में से एक शख्स ने अपनी जेब से पिस्टल निकाल ली और सीधा सुरक्षाकर्मी की कान पर रख दी। ये देख हर कोई घबरा गया। इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता इनमें से दूसरे शख्स ने भी अपनी बंदूक निकाल ली और एक कर्मचारी के कान पर रखकर सबको शांत रहने की धमकी दी। देखते ही देखते जूलरी शोरूम का नजारा पूरी तरह से बदल चुका था। हर कोई घबराया हुआ था।
बंदूक की नोक पर 10 मिनट में हुई 10 करोड़ की लूट
इन चारों के पास तार का पैकेट था। बिना देरी किए तुरंत इन लोगों ने तार से शोरूम में मौजूद सभी कर्मचारियों के हाथ पीछे करके बांध दिए। शोरूम में काम करने वाली तीन महिला कर्मचारियों को छोड़कर बाकी सबके हाथ बंधे हुए थे। अपने खौफ दिखाने के लिए इन लोगों ने सुरक्षागार्ड की पिटाई भी की। दो बदमाशों के हाथ में पिस्टल थी। इन चारों ने जल्दी जल्दी शोरूम में मौजूद गहनों को बटोरना शुरू किया। सारे गहने अपने एक बैग में डाले और सिर्फ 10 मिनट में दुकान से फरार हो गए।
राज्य स्थापना दिवस में बिजी थी पुलिस फोर्स
ये चारों कार से आए हुए थे और पूरी तरह से हथियारों से लैस थे। शोरूम के अंदर ये महज 10 मिनट ही रुके, लेकिन इतनी देर में ही यहां से 10 करोड़ रुपये से ज्यादा के गहने पार कर लिए। जब ये बदमाश यहां से चले गए तो कर्मचारियों ने पुलिस को पूरी वारदात की खबर दी। पुलिस मौके पर पहुंची और पूरी घटना की जानकारी इकट्ठा की।
ये वारदात 9 नवंबर को हुई थी और इस दिन राज्य का स्थापना दिवस मनाया जाता है। पूरा पुलिस महकमा राज्य स्थापना दिवस की सुरक्षा व्यवस्था में लगा हुआ था और ये लुटेरों के लिए एक अच्छा मौका था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."