अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
मुंबई के एक घर में थोड़ी सी रेत को आग में जलाया गया। आग में जलते ही उस रेत से सोना अलग होने लगा। रेत के अंदर से सोना निकल चुका था। इस सोने को एक सुनार के पास ले जाया गया। सुनार ने कहा सोना 24 कैरेट शुद्ध है। बस अब एक बड़ी डील होनी बाकी थी। मुंबई में सोने वाली रेत को 30 लाख में खरीद लिया गया और खरीदने वाला था एक चार्टेड अकाउंटेंट।
मुंबई में सोने की डस्ट वाली रेत बेचने की डील
मुंबई के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की दोस्ती हरियाणा के रहने वाले एक शख्स मोहन चौधरी से हुई। दोनो ट्रेन इसी साल मई में जयपुर की यात्रा के दौरान मिले। ट्रेन में बात हुई और फिर दोनों के बीच दोस्ती हो गई। फोन पर भी दोनों के बीच अक्सर बात होती थी। अभी कुछ दिन पहले मोहन चौधरी मुंबई आया था तो वो चार्टेड अकाउंटेंट से मिलने उनके घर भी आया। वो अपने गांव से दूध, घी और कुछ सब्जियां भी लेकर आया।
इसी दौरान बात-बात में मोहन चौधरी ने अपने दोस्त चार्टेड अकाउंटेंट अपने गांव की एक महिला के बारे में बताया जिसके पास सोने की रेत है। मोहन चौधरी ने बताया कि इस महिला का पति आर्मी में था और बांग्लादेश में पोस्टेड था और वहीं से वो रेत लेकर आया था। उसने बताया कि महिला के पति की मौत हो चुकी है और उसके रिश्तेदार इस रेत पर अपना कब्जा करना चाहते और इसलिए महिला इस सोने वाली रेत को बेचना चाह रही।
रेत जलाकर सोना निकालकर दिखाया गया
इसके बाद मोहन चौधरी ने चार्टेड अकाउंटेंट को रेत का सैंपल भी दिखाया। चार्टेड अकाउंटेंट के घर पर ही उस रेत को जलाया गया तो वाकई रेत को जलाने के बाद उससे सोना निकला। चार्टेड अकाउंटेंट ने बाद में उस सोने को चेक भी करवाया तो वो असली था। इस पूरे मामले ने चार्टेड अकाउंट के दिमाग में लालच भर दिया। मोहन चौधरी तो चला गया, लेकिन चार्टेड अकाउंटेंट इस रेत को खरीदने का विचार करने लगा।
50 लाख में खरीदी गई ‘सोने वाली रेत’
कुछ समय बाद मोहन चौधरी ने बताया कि वो महिला मुंबई के कल्याण में अपने एक रिश्तेदार के घर आई हुई है और अगर रेत खरीदनी है तो उसके घर जाना होगा। बस ये दोनों महिला के रिश्तेदार के घर रेत खरीदने पहुंच गए। महिला ने रेत की कीमत करीब 2 करोड़ बताई, लेकिन चार्टेड अकाउंटेंट इसके लिए सिर्फ 50 लाख देने को तैयार हुआ। 50 किलो रेत का सौदा हुआ। एक किलो रेत की कीमत एक लाख। चार्टेट अकाउंटेंट ने 30 लाख रुपये पहले दे दिए और बाकी के 20 लाख बाद में देने का वादा किया।
रात भर चार्टेड अकाउंटेंट ने रेत को जलाया
रेत को घर में लाने के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट और उसके परिवार ने रेत को जलाकर सोना निकालना शुरू किया। पूरी रात वो रेत को जलाते रहे, लेकिन सोना नहीं निकला। चार्टेड अकाउंटेंट ने अपने दोस्त मोहन चौधरी को फोन लगाया। उसने कहा कि हो सकता है जलाने में कुछ गड़बड़ हो रही हो। कल वो खुद आकर रेत चेक करेगा। अगले दिन जब मोहन चौधरी घर नहीं आया तो चार्टेड अकाउंटेंट ने उसे फोन लगाया, लेकिन उसका फोन बंद पड़ा हुआ था। अब इस शख्स को पूरी बात समझ में आई। मुंबई के चार्टेड अकाउंट के साथ धोखाधड़ी हुई थी। बेहद शातिर अंदाज में चंद रुपयों की रेत लाखों में बेच दी गई थी। अब इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई है और आरोपियों की तलाश की जा रही है।
Author: कार्यकारी संपादक, समाचार दर्पण 24
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