आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
करवा चौथ (Karvachauth) का दिन हर भारतीय महिला के लिए बेहद खास होता है। ये त्यौहार होता है पति के प्यार का, उसकी लंबी उम्र की कामना का, पूजा पाठ का और चांद के दीदार का। फिर चाहे कोई गृहणी हो, वर्किंग वुमैन हो या फिर लेडी क्रिमिनल चौथ के चांद की पूजा हर कोई करना चाहता है। कैसे महिला अपराधी करवा चौथ पर चांद का दीदार किया। कैसे वो पूजा-पाठ करेंगी और कैसे जेल के अंदर रहकर वो अपने पति की सुखी जीवन और उसकी लंबी उम्र के लिए कामना करेंगी।
जेल में कैसे मनाया जा रहा है करवा चौथ?
झांसी कारागार में करवा चौथ
झांसी की जेल में आज सुबह से ही बाकी दिनों के मुकाबले नजारा थोड़ा अलग है। जो महिलाएं चुपचाप बैठी रहती थी वो आज सुबह-सुबह जल्दी उठ गई। इस जेल में 12 महिलाओं ने जेल प्रशासन से करवा चौथ करने की परमिशन मांगी थी और उन्हें अनुमति मिल भी गई। इन महिलाओं ने आज सुबह जल्दी उठकर नहाया और पूजा की। जो सरगी खाना चाहता था उनके खाने की भी जेल में व्यवस्था थी। जेल प्रशासन ने इन्हें पूजा का सामान भी दिया है जिसमें करवा, सीकें और दूसरी चीजें शामिल हैं। हर महिला की तरह ये भी शाम को पूजा करेंगी, चांद को अर्घ्य देंगी। जेल प्रशासन ने इन्हें इनके पतियों से मिलवाने का भी इंतजाम किया हुआ है। हालांकि ये सिर्फ सूर्यास्त से पहले तक ही अपने पति से मिल पाएंगे। चांद को अर्घ्य देने के बाद इन्हें खुद ही पानी पीना होगा।
मुरादाबाद जेल में व्रत की व्यवस्था
मुरादाबाद जेल में भी महिला बंदियों में करवा चौथ का खासा उत्साह दिख रहा है। यहां पर सबसे ज्यादा 39 बंदी महिलाएं इस बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। डिप्टी जेल सर्वेश कुमारी ने करवाचौथ की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है और इन महिलाओं को पूजा का सारा सामान उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस जेल में उनको रात में चांद देखने के बाद अपने पति से मिलने की भी व्यवस्था की गई है। यानी इस जेल में बंद महिलाएं चांद की पूजा के बाद अपने पति के हाथों से जल ग्रहण कर सकती हैं। जेल प्रशासन ने इन्हें कपड़े, मिठाइयां और दूसरी चीजें भी बांटी हैं।
गोरखपुर जेल में दिखेगा चौथ का चांद
चौथ का चांद गोरखपुर जेल की चारदीवारियों के अंदर भी पहुंचेगा और इस बात ने महिला बंदियों के चेहरे पर खुशी ला दी है। इस जेल में बंद 17 महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। यहां भी जेल प्रशासन ने इन्हें पूजा-पाठ की पूरी छूट दी हुई है। इनके लिए पूजा का सामान मुहैया कराया जा रहा है, लेकिन इस जेल में एक महिला बंदी की कहानी थोड़ी अलग है। ये महिला अपराधी अपने पति का कत्ल करके इस जेल में बंद है, लेकिन बावजूद इसके कर रही है करवा चौथ का व्रत। अब आप सोच रहे होंगे कि व्रत तो पति की लंबी उम्र के लिए होता है तो फिर ये महिला क्यों व्रत कर रही है। दरअसल इसने ये व्रत अपने प्रेमी के लिए रखा है। अपने प्रेमी के लिए ही इसने अपने पति को मौत के घाट उतारा था। गोरखपुर जेल में कुल 100 में से 37 महिलाएं ऐसी हैं जो अपने पति के कत्ल के इल्जाम में यहां बंद हैं।
Author: कार्यकारी संपादक, समाचार दर्पण 24
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