पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट
बालाघाट: मध्यप्रदेश के बालाघाट विधानसभा सीट पर बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया है। बीजेपी ने यहां से मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन को उम्मीदवार बनाया है। गौरीशंकर बिसेन ने चुनाव लड़ने से इंकार किया था इसके बाद उनकी बेटी को टिकट दिया गया है। गुरुवार को एक नया सियासी उलटफेर देखने को मिला। मौसम बिसेन की जगह उनके पिता गौरीशंकर बिसेन ने भी नामांकन फॉर्म दाखिल किया है। बड़ी बात ये है कि उनके नामांकन के दौरान उनकी बेटी उनके साथ नहीं थीं।
बालाघाट विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार नहीं बदला है। ऐसे में गौरीशंकर बिसेन का नामांकन फॉर्म भरना सियासी चर्चा का बिषय बना हुआ है। हालांकि अभी नामांकन दाखिल करने की लास्ट डेट के लिए समय बचा है ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि मौसम बिसेन भी जल्द ही अपना नामांकन फॉर्म दाखिल करेंगी। बता दें कि मध्य प्रदेश 230 सीटों के लिए एक ही चरण में 17 नवंबर को वोटिंग होनी है। विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 3 दिसंबर को आएगा।
बेटी की तबियत खराब है
मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने नामांकन भरने के बाद कहा कि बेटी की तबियत खराब है। आने वाले समय में इस विधानसभा सीट से कोई परेशानी नहीं हो इसलिए मैंने यहां से नामांकन भर दिया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही बेटी की तबियत ठीक होगी वह अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगीं। उन्होंने बताया कि मौसम बिसेन सिकलसेल से पीड़ित हैं।
बता दें कि जातिगत और क्षेत्रगत समीकरण साधने के लिए बीजेपी ने गौरीशंकर बिसेन का मंत्री बनाया है। गौरीशंकर बिसेन को चुनाव से कुछ समय पहले ही मंत्री बनाया गया है। गौरीशंकर बिसेन पार्टी के सीनियर नेता हैं और अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। गौरीशंकर बिसेन के नामांकन दाखिल करने के बाद सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।
Author: samachar
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