Explore

Search
Close this search box.

Search

19 March 2025 9:15 pm

उर्दू अदब को एक अलग शैली देने वाले शारिब रुदौलवी के निधन पर प्रियंका गांधी ने जताया गहरा दुख

64 पाठकों ने अब तक पढा

आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

साहित्यकार प्रो़ शारिब रुदौलवी ने उर्दू समालोचना को नए आयाम दिए। बांधे रखने वाली रोचक शैली से उनकी रचनाएं सभी की पसंद बनीं। यह बात पूर्व आईएएस डॉ़ अनीस अंसारी ने पिछले दिनों हजरतगंज स्थित कैपिटल सभागार में कहीं। वह हिन्दी उर्दू साहित्य अवॉर्ड कमिटी और अदबी संस्थान की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में बतौर अध्यक्ष शामिल हुए। यह आयोजन डॉ़ शारिब को दिल्ली उर्दू अकैडमी की ओर से बहादुर शाह जफर अवॉर्ड से नवाजे जाने पर हुआ।

कार्यक्रम में शायर अतहर नबी, अदबी संस्थान के अध्यक्ष तरुण प्रकाश, विशिष्ट अतिथि सुबूर उस्मानी, उर्दू अकैडमी की चेयरपर्सन पद्मश्री आसिफा जमानी, डॉ़ सुल्तान शाकिर हाशमी, वकार रिजवी, शायर सुहैल काकोरवी, एलयू फारसी विभाग के प्रवक्ता डॉ़ शबीब अनवर ने अपने विचार रखे।

उर्दू अदब की बड़ी शख्सियत प्रोफेसर शारिब रूदौलवी के निधन पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने शोक संदेश भेजकर दुख व्यक्त किया है।

अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम के माध्यम से उनके परिजनों को भेजे शोक पत्र में उन्होंने प्रोफेसर रुदौली के निधन को देश के बौद्धिक जगत की अपूर्णीय क्षति बताया है।

शारिब रूदौलवी के भांजे सैयद आसिम रज़ा के नाम आए शोक पत्र को देते समय वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमीम खान, रोबिन वर्मा, रिज़वान अहमद मौजूद रहे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."