दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
दिल्ली के उस फ्लैट में जो भी घुसा वो वहां का मंजर देखकर कांपने लगा। एक तरफ पड़ी चार साल के बच्चे की लाश, हाथ से खून बह रहा था। फ्लैट में थोड़ा आगे बढ़े ढाई साल का एक मासूम गिरा पड़ा हुआ था। उसकी मौत भी हाथ की कलाई कटने से हुई थी, वहीं दूर पर पड़ी इन दो नन्हे बच्चों की मां की लाश। हंसता खेलता एक घर जहां से रोज बच्चों के हंसने की आवाजें आती थी वो मुर्दाघर बन गया था।
दिल्ली के 2 मासूमों को जो अभी तक पूरी तरह से बोलना भी नहीं सीखे, उन्हें किसने दी मौत? क्या मां ने ही दोनों बच्चों को मारकर सुसाइड कर लिया?
दिल्ली के एक फ्लैट में 3 लाशें मिलने से सनसनी
दिल्ली के मुनिरका में रहने वाली वर्षा का पति एनसीबी यानी नेशनल क्राइम ब्यूरो में कॉन्स्टेबल है। करीब 6 साल पहले वर्षा की शादी मुरादाबाद के रहने वाले जोगिंदर से हुई थी, दोनों के 2 बच्चे भी हुए। देखने में ये खुशहाल परिवार नजर आता था, लेकिन हकीकत इतनी खौफनाक होगी ये कोई सोच भी नहीं सकता था। वर्षा के पिता के मुताबिक पति-पत्नी के बीच सबकुछ ठीक नहीं था, या यूं कहें कि बहुत खराब था।
क्या जादू टोने से जुड़ा है मां और बेटों की मौत का मामला?
वर्षा के पिता का कहना है कि जोगिंदर शादी के बाद से ही उनकी बेटी को परेशान करता था, उसके साथ मारपीट करता था। वो अक्सर वर्षा से दहेज की मांग किया करता था। पहले वर्षा मुरादाबाद रह रही थी, लेकिन कुछ समय पहले वो उसे दिल्ली ले आया। वर्षा के पिता का कहना है कि वो दिल्ली लाकर उसे स्लो पॉइजन देने लगा और वजह थी तंत्र-मंत्र। वर्षा के पिता के मुताबिक वो बेहोशी की दवाएं उनकी बेटी को देकर उसके ऊपर झाड़ फूंक और जादू टोना करता था। वर्षा ने ये बात अपने पिता को बताई थी।
महिला के पिता को दामाद पर है शक
वर्षा के पिता का कहना है कि उन्होंने इस बारे में अपने दामाद से बात की, लेकिन वो नहीं माना। उसका कहना था कि वर्षा के ऊपर कोई साया है और उसे साये को हटाने के लिए उसे ये जादू-टोना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ वर्षा अपने पिता को बताती थी कि उसका पति उसके साथ लगातार दिल्ली आकर भी जोर-जबरदस्ती और मारपीट करता है। इस मामले में अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सवाल तो खड़े होते हैं।
मां क्यों इतनी मजबूर हो गई कि 2 मासूमों को मार डाला ?
वजह चाहे जो भी रही है। जादू टोना, डिप्रेशन या फिर दहेज उत्पीड़न। पुलिस की नजर में प्रथम दृष्टियां ये सुसाइड केस है, यानी वर्षा ने पहले अपने 2 बच्चों को मौत दी और फिर खुद की जान ले ली। सोचिए कितनी मजबूर रही होगी वो मां जिसे अपने कलेजे के टुकड़ों को इतनी भयानक मौत देनी पड़ी। बच्चे तो इतने छोटे थे कि कुछ बोल भी नहीं सकते थे।
मां ने जो किया उसे स्वीकार करने के अलावा उनके पास कोई और चारा ही नहीं था। खैर पुलिस इस मामले में जांच कर रही है, सच सामने भी आ जाएगा, लेकिन जो 3 जानें जा चुकी हैं वो वापस नहीं आ सकतीं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."