दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर देहात में भी देवरिया हत्याकांड जैसी घटना सामने आई है। यहां जमीन की वजह से लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी से एक परिवार पर हमला किया गया। इसमें 2 सगे भाइयों की मौत हो गई। वहीं, गंभीर रूप से घायल 4 लोगों का इलाज चल रहा है। यह पूरा मामला गजनेर के निनाया गांव का है।
कानपुर में हुए इस खूनी संघर्ष में और देवरिया हत्याकांड में क्या समानताएं हैं, आइए जानते हैं।
जमीनी रंजिश से हुआ विवाद
2 अक्टूबर को हुए देवरिया हत्याकांड में 10 बीघा जमीन की वजह से 6 लोगों की जान चली गई। पहले प्रेमचंद यादव की हत्या की गई। इसके बाद बदले में सत्यप्रकाश दुबे के घर के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। इसमें सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, बेटी सलोनी, नंदनी और बेटे गांधी की हत्या कर दी गई। जबकि एक आठ साल का बेटा घायल हालत में अस्पताल में भर्ती है।
कानपुर देहात में विवाद भी जमीन को लेकर ही हुई। इस विवाद ने 2 लोगों की जान ले ली, जबकि 4 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। दरअसल, रामवीर विश्वकर्मा ने गांव में जमीन के टुकेड़े पर आवास बनवाने के लिए सामग्री उतरवाई थी। इसी जगह पर गांव के मोहन शुक्ला ने लोडर खड़ा कर जमीन को अपना बताया, जिसकी वजह से विवाद शुरू हुआ।
एक बार फिर ट्रेंड हुआ ब्राह्मण vs OBC
देवरिया हत्याकांड में मरने वाले में से 5 लोग दुबे यानी कि ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते थे। वहीं, मृतक प्रेमचंद यादव यादव परिवार से ताल्लुक रखते थे। इसको लेकर सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर प्रेम यादव, ब्राह्मण परिवार और #प्रेम-यादव-को-न्याय-दो ट्रेंड करता रहा।
कानपुर देहात में हुए इस घटना में मृतक दो और घायल 4 लोग विश्वकर्मा परिवार से बताए जा रहे हैं। एक बार फिर से सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर यूजर्स ने ब्राह्मण vs OBC पर हमला बोला है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."