इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया। भगवान विश्वकर्मा जयंती के पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ लोक भवन में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत टूल किट वितरण एवं ₹50,000 करोड़ का मेगा ऋण लाभार्थियों में प्रदान किया गया। इस वृहद कार्यक्रम का आज जिला पंचायत सभागार में लाइव प्रसारण दिखाया गया। मुख्यमंत्री को सभी लाभार्थियों एवं उपस्थित जनो ने सुना।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सलेमपुर सांसद रविंदर कुशवाहा, रुद्रपुर विधायक जय प्रकाश निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित गिरीश चंद्र तिवारी, पूर्व एमएलसी महेंद्र यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह, सीडीओ प्रत्यूष पाण्डेय द्वारा लाभार्थियों को टूलकिट व प्रशिक्षण पाए लोगों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
कृषि मंत्री ने कहा कि जनपद का हूनर अपनी विशिष्टता के वजह से पहचान बनती है। विश्वकर्मा समाज सृजन का कार्य करते है। इसे क्रियान्वित करने के लिये 10 हजार से लेकर 10 लाख तक के ऋण आदि की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण उपरान्त विभिन्न ट्रेडो के लाभार्थियों को टूलकिट वितरण किया जा रहा है। आवश्यकता है कि कुटीर उद्योगों का जाल बिछा कर जनपद को विकसित किया जाए। रोजगार देकर सक्षम बनाया जा सके इसलिए योजनाएं संचालित की गई, जिससे जीडीपी बढ़ सके। उन्होंने जनपद में साख जमा अनुपात 60 से 70 प्रतिशत किये जाने को कहा, जिससे कि रोजगार का अवसर बढेगा। उन्होंने डीएम और सीडीओ को इसका निरंतर अनुश्रवण किये जाने को कहा, जिससे विकास की गति बढ़ सके।
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना को लागू करने का कार्य किया है। अब इसी तर्ज पर भारत सरकार देश में प्रधानमंत्री विश्कर्मा श्रम सम्मान योजना आज लागू कर रही है। जनपद की परम्परागत रुप से जो क्षमता व पहचान रही है, उसके उत्पादों को आगे बढाने के लिए ओडीओपी योजना लान्च की गयी तथा इससे जुडे उद्यमियों को कैसे सहायता मिल सके, इसके लिये प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने छोटे-छोटे उद्यमियों को रोजगार हासिल करने और दूसरे को भी रोजगार देने में अपनी भूमिका निभाने को कहा। कहा कि किसी भी जनपद के विकास के लिये निवेश आवश्यक होता है। एमएसएमई के तहत निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे कि स्किल डेवलअप हो और रोजगार से जुड सके। प्रधानमंत्री जी भी एमएसएमई को प्रोत्साहित करने का निरंतर कार्य कर रहे है। कृषि मंत्री श्री शाही ने बैंकर्स से उदारतापूर्वक बैंक पोषित योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुचाने का कार्य करने को कहा।
जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह ने कहा कि देश एक गुरुत्तर आर्थिक लक्ष्य को लेकर चला है। पीएम की संकल्पना है कि स्किल आधारित गु्रप तैयार किया जाये। यूपी पूरे देश में ओडीओपी के तहत लीड ले रखी है। स्टार्टअप एवं स्टेन्डअप योजना के रुप में जो भी युवा व उद्यमी कार्य करना चाहते है उनका सहयोग हर संभव किया जायेगा। बैकों की सीडी रेशियो बढाने के लिए एफपीओ, फिशरिज आदि सेक्टर में कार्य करने के लिए युवा आगे आये। यदि उद्यमियों को लोन की कोई समस्या है तो यह व्यवस्था बनायी जा रही है कि एक हाल में बैंकर्स और आवेदक आमने सामने आवश्यक प्रपत्रों के साथ बैठेगें और उनकी समस्याओं का मौके पर ही निस्तारित करा कर लोन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि मंत्री जी के निर्देशानुरुप 60 से 70 प्रतिशत जीडीपी पहुॅचाने के लिए हम सभी संकल्पित है। आवश्यकता है कि उद्यमी आगे आये और जनपद में उद्योग स्थापना के लिए निवेश करें।
इसके पूर्व उपस्थित आगन्तुको एवं लाभार्थियों द्वारा मुख्यमंत्री जी के लाइव कार्यक्रम को देखे तत्पश्चात स्थानीय कार्यक्रम की शुरुआत कृषि मंत्री सहित अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत टूलकिट प्राप्त करने वाले लाभार्थियों में मुख्य रुप से शान्ति देवी, सीबू, निर्जला, कुशुम शर्मा, बेबी, रीना दुबे, गुडिया, रागीनी, नीता देवी, सुरसती देवी, उर्मिला देवी, शशि देवी, उषा देवी, प्र्रियंम्बदा देवी, गुड्डी देवी, सुनीता देवी, मुमताज अंसारी एवं आंचल कुशवाहा को सिलाई किट/सिलाई मशीन प्राप्त करने में सम्मिलित रहे। लोहार ट्रेड का प्रशिक्षण लिये ओम प्रकाश शर्मा, जय प्रकाश शर्मा को टूलकिट भी दिया गया। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत लाभार्थी विशाल कुमार यादव एवं गंगोत्री देवी को 10-10 लाख का स्वीकृत डेमो चेक अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया। इस प्रकार 20 लाभार्थियों को विश्कर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत प्रशिक्षित विभिन्न ट्रेडों के अन्तर्गत टूलकिट तथा 02 लाभार्थियों को 20 लाख का चेक मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत प्रदान किया गया।
इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी गण, प्रबुद्वजन व लाभार्थी गण आदि उपस्थित रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."