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November 22, 2024 11:58 pm

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मां तू कैसी निकली…. जन्म लेते ही मिट्टी में दबा दिया नवजात को और फिर जो हुआ वो किसी हैरान करने वाली खबर से कम नहीं

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर देहात : जाको राखे साइयां मार सकै न कोय…कुछ ऐसा ही कानपुर देहात के मूसानगर थाना क्षेत्र में देखने को मिला। थाना क्षेत्र के पोलंदर गांव में शुक्रवार शाम जन्म होते ही नवजात को एक खेत में थोड़ी से मिट्टी हटाकर जिंदा दफन कर दिया गया। इस बीच वहां से निकल रहे कुछ लोगों को बच्चे की किलकारी सुनाई दी। आसपास देखा तो खेत में मिट्टी खुदी दिखी वहां गए तो नवजात के हाथ दिख रहे थे। मिट्टी हटाकर उसे बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। अब नवजात जिला अस्पताल में है। मिट्टी में दबे बच्चे को निकाल कर एक दंपती ने उसे रखने की इच्छा जताई है, लेकिन कानूनी अड़चन के कारण उन्हें दिया जाना फिलहाल अभी संभव नहीं है।

पोलंदर गांव में दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। एक मां ने जन्म के कुछ ही घंटे बाद नवजात को खेत में जिंदा दफन कर दिया। गांव के प्राइमरी स्कूल के पास खेत में बच्चे की रोने की आवाज सुन लोग वहां एकत्र हो गए। खेतों से लौट रहे राजेश कुमार और उनकी पत्नी ने मिट्टी हटाकर बच्चे को बाहर निकाला। उसे साफ किया। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई। मूसानगर थाने के प्रभारी निरीक्षक और महिला पुलिस कर्मी मौके पर पहुंची। ऐंबुलेंस बुलाकर बच्चे को पीएचसी ले जाया गया। वहां डॉक्टर विकास ने उसकी जांच की। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सीओ भोगनीपुर रविकांत गौड़ ने बताया कि नवजात डॉक्टरों की देखरेख में है। पूरे प्रकरण की रिपोर्ट सीडब्ल्यूसी को भेजी गई है।

सीएमओ के हस्तक्षेप के बाद किया भर्ती

पीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किए गए बच्चे को भर्ती करने में काफी जद्दोजहद हुई। जिला अस्पताल से उसे कानपुर रेफर किया जा रहा था। डॉक्टर यहां भर्ती करने की जगह न होने का हवाला दे रहे थे। इस पर प्रोबेशन विभाग के अफसरों ने सीएमओ डॉ. एके सिंह से बात की। सीएमओ के हस्तक्षेप के बाद जिला अस्पताल में नवजात को भर्ती किया गया। फिलहाल बच्चा स्वस्थ है।

ज्यादा देर नहीं टिकी राजेश की खुशी

पोलंदर गांव के राजेश और उनकी पत्नी की दो बेटिया हैं। उन्हें खेत में बेटे के रूप में ये नवजात मिला तो वह बेहद खुश थे। उन्होंने कहा कि भगवान ने बेटा दे दिया है। अब इसका बेटे की तरह पाल पोषण करेंगे, लेकिन कानूनी अड़चन का हवाला देकर बच्चे को पुलिस ले गई। बाल संरक्षण अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ओझा ने बताया कि बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। सीडब्लूसी के निर्देशानुसार उसके पालन पोषण की व्यवस्था कराई जाएगी।

कार्यकारी संपादक, समाचार दर्पण 24
Author: कार्यकारी संपादक, समाचार दर्पण 24

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