इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया, जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार ने आज जन्माष्टमी के पावन अवसर पर मझौलीराज स्थित बृहद गो-आश्रय स्थल पर पूरे विधि विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गो-पूजन किया। पूजन करने के उपरांत जिलाधिकारी ने संरक्षित गो-वंशों को फल, गुड़ एवं चना भी खिलाया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का एक नाम गोपाल भी है। गाय से भगवान कृष्ण को अगाध प्रेम था, उनकी कई लीलायें गाय से जुड़ी हैं, इसलिए जन्माष्टमी के दिन गो-सेवा करने का विशेष महात्म्य है। उन्होंने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देश के क्रम में सभी गो-आश्रय स्थल पर गो-पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
जिलाधिकारी ने बृहद गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण भी किया, जिसमें उन्हें 237 गोवंश संरक्षित मिले। गोवंशों के लिए चारे की उपलब्धता के विषय में जानकारी प्राप्त की तथा कहा कि चारे के तौर पर साइलेज को प्रोत्साहन दिया जाए। जिलाधिकारी ने बृहद गो-आश्रय स्थल को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गौशाला से निकलने वाले अपशिष्टों से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाये जा सकते हैं, गोमूत्र से बनने वाले हर्बल कीटनाशक, बायो कंपोस्ट खाद, गोबर से बनने वाले पेंट, गो-मूत्र का अर्क, बर्तन इत्यादि शामिल है। उन्होंने कहा कि गो-आश्रय स्थल में बनने वाले उत्पादों के विक्रय से आय प्राप्त होगी साथ ही कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा। डीएम ने गो-पालन के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने पशुपालकों से अनुपयोगी हो चुके गो-वंशों को निराश्रित छोड़ने के स्थान पर निकटवर्ती गौशाला में दान करने का भी अनुरोध किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरविंद कुमार वैश्य, खंड विकास अधिकारी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
Author: samachar
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