ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट
जन्माष्टमी को लेकर यूपी के मथुरा जिला जेल में तैयारियां अपने जोरों पर हैं। खास बात यह है कि यहां कैदियों की मेहनत से बनाई गई पोशाक को भगवान बांके बिहारी को पहनाई जाएगी। बता दें, इस साल जन्माष्टमी के मौके पर भगवान बांके बिहारी को कैदियों की मेहनत से तैयार की गई पोशाक पहनाई जाएंगी। इस पोशाक में लहंगा, ओढ़नी आदि शामिल है।
दरअसल, पहले भी यूपी के मथुरा जिला जेल के कैदी भगवान श्रीकृष्ण की पोशाक तैयार करते रहे हैं। लेकिन, खास बात यह है कि इस बार मथुरा जिला जेल के कैदियों ने जेल अधीक्षक से इच्छा जाहिर किया था कि यदि मुख्य पुजारी आज्ञा देते हैं तो जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर वे लोग श्री बांके बिहारी जी को अपने हाथों से बनाई गई पोशाक पहनाना चाहते हैं। और उस पोशाक को तैयार करने की अनुमति दी जाए। इस मुद्दे पर जब मुख्य पुजारी से जेल अधीक्षक ने बात की तो पुजारी जी ने इसकी अनुमति दे दी, जिसके बाद मथुरा जिला जेल के कैदियों ने मिलकर बिहारी जी के लिए पोशाक तैयार किया है। बता दें, करीब आठ कैदियों ने यह पोशाक तैयार किया है। इस पोशाक को तैयार करने में करीब 7 दिनों का समय लगा है।
कल कारागार मंत्री धर्मवीर व जेल अधीक्षक सौंपेंगे पोशाक
कल यानी बुधवार शाम को कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति खुद जाकर बांके बिहारी जी के दर्शन करेंगे और जेल अधीक्षक मथुरा के साथ मुख्य पुजारी जी को कैदियों द्वारा बनाई गई पोशाक सौंपेंगे। मथुरा के मंदिर में श्री बांके बिहारी जी को पहनाई जाने वाली पोशाक में लहंगा, पिछवाई, ओढ़नी, नीचे का बिछौना, कमरबंद, चोटिला, श्री जी का लहंगा आदि शामिल है।
कब है जन्माष्टमी?
इस बार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि 06 सितंबर को दोपहर 03.38 शुरू होगी और इसकी समाप्ति 7 सितंबर को शाम में 04.14 बजे तक होगा। इस दौरान रोहिणी नक्षत्र पूरी रात्रि विद्यमान रहेगा। ज्योतिष के विद्वानों की मानें तो इस वर्ष 6 गृहस्थ लोग सितंबर को जन्माष्टमी मनाएंगे। जबकि वैष्णव संप्रदाय के लोग 7 सितंबर को जन्माष्टमी का त्योहार मनाएंगे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."