चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गोण्डा कर्नलगंज । अरसे से तमाम आस संजोए बैठे गरीब दुकानदारों का रक्षाबंधन त्योहार सीएम के कार्यक्रम की भेंट चढ़ गया। इससे जहां एक ओर क्षेत्र के खरीददारों को दिक्कत हुई तो वहीं दूसरी ओर मिठाई और रक्षाबंधन सहित अन्य तरह के तमाम दुकानदारों के लिए यह त्योहार फीका साबित हुआ।
बुधवार को प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करनैलगंज तहसील क्षेत्र के पाल्हापुर में बाढ़ निरीक्षण और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरण का कार्यक्रम लगा था। इसे लेकर अभेद सुरक्षा व्यवस्था के तहत पूरी तरह से सुरक्षा चाक चौबंद देखी गई।
प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देकर पाल्हापुर स्थित चचरी चौराहे के आस पास की सभी दुकानें बन्द करा दी गई। जबकि पारंपरिक और वार्षिक रक्षाबंधन पर्व को लेकर स्थानीय दुकानदारों द्वारा पहले से ही बड़ी तैयारी की गई थी और दुकानदारों द्वारा पर्याप्त मात्रा में मिठाई और राखी बेचने की व्यवस्था बना ली थी। लेकिन ठीक रक्षाबंधन त्योहार पर मुख्यमंत्री का बाढ़ निरीक्षण और राहत सामग्री वितरण का कार्यक्रम लग जाने से चौराहे की सभी दुकानें बन्द करा दिए जाने से क्षेत्र के खरीददारों को तो परेशानी हुई ही वहीं अरसे से बड़ी आस संजोए बैठे मिठाई और रक्षाबंधन सहित अन्य तरह के तमाम दुकानदारों का लाखों का नुकसान हुआ। आमजन मानस में यह चर्चा भी होती रही कि जब बाढ़ की कोई बिभीषका नहीं तो बाढ़ निरीक्षण का कोई मतलब नहीं।
क्षेत्र के तमाम पीड़ित लोग जो मुख्यमंत्री से मिलकर अपना दर्द बयां करने की आस लगाए बैठे थे उन्हें कार्यक्रम स्थल तक जाने ही नही दिया गया । शासन प्रशासन द्वारा सभी आम जनता को मिलने से रोक दिया गया जिससे लोग मायूस होकर वापस अपने घर को वापस लौट गए । जिससे लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला ।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."