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November 2, 2024 1:58 am

सम्पूर्ण समाधान दिवस पर कुल प्राप्त 89 प्रकरणो में 07 प्रकरणों का किया गया निस्तारण

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट 

देवरिया, जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने सलेमपुर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जन समस्याओं की सुनवाई की।

आज कुल 89 प्रकरण आये जिसमें सात प्रकरणों का मौके पर समाधान किया गया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक फरियादी की समस्याओं का गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ निस्तारण किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी जिन प्रकरणों की जांच करने स्वयं जाते हैं उनका गुणवत्तापूर्ण समाधान सुनिश्चित करें, जिससे लोगों को उनकी समस्याओं का समाधान मिल सके। उन्होंने कहा कि समस्त लेखपालों का उत्तरदायित्व होगा कि उनकी तैनाती जिस ग्राम पंचायत में है, यदि वहाँ खलिहान की भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण होता है तो उनकी संज्ञान में लाएं। यदि किसी अन्य माध्यम से उनकी संज्ञान में खलिहान की भूमि पर अतिक्रमण की जानकारी मिलेगी तो लेखपाल का उत्तरदायित्व तय कर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जिन प्रकरणों में संयुक्त रुप से निराकरण की आवश्यकता हो, उसमें आपसी समन्वय रखते हुए उन मामलो का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि प्रकरणों का निस्तारण गुणवत्ता के साथ होना चाहिये।

पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पुलिस विभाग से जुडे मामलो की सुनवायी किये व पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं थानाध्यक्षो को प्राप्त सभी सन्दर्भाे का निस्तारण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया।

तहसील सलेमपुर में आयोजित समाधान दिवस में कुल प्राप्त 89 प्रकरणो मे सर्वाधिक राजस्व विभाग के 51, पुलिस के 10, विकास के 06 व अन्य विभागों से 22 मामले आये। 07 प्रकरणों का आज समाधान किया गया। शेष 82 प्रकरणों को संबंधित विभागों समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण समाधान के निर्देश के साथ सौंपा गया। आज आने वाले प्रकरणों में से अधिकांश पारिवारिक भूमि विवाद, पैमाइश, चकरोड, अतिक्रमण, विद्युत आदि से संबंधित थे।

सम्पूर्ण समाधान दिवस में एसडीएम सलेमपुर सीमा पांडेय, जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, डीपीआरओ सर्वेश पांडेय, परियोजना निदेशक अनिल कुमार सहित विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, थानाध्यक्ष गण आदि उपस्थित रहे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."