मनोज उनियाल की रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने भारी तबाही मचा रखी है। अब तक राज्य में 452 सड़कों पर आवगमन ठप है। रविवार को सिरमौर जिले में भारी बारिश के कारण कई वाहन बह गए। हालात ये हैं कि 1814 बिजली ट्रांसफार्मर व 59 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हो चुकी हैं। जिनसे कई गांवों में हालात खराब हो गए हैं। भारी बारिश के चलते कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर लगातार भूस्खलन जारी है। चक्कीमोड़ मार्ग पर ही भूस्खलन हो रहा है। इस मार्ग पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
रविवार को हिमाचल में हालात और खराब हो गए। सिरमौर जिले में भारी बारिश के चलते सड़कों ने नदी की रूप ले लिया। कई वाहन बह गए। ऐसे में हिमाचल में सभी स्कूल कॉलेजों को 14 अगस्त तक बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
7000 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन के कारण भारी नुकसान हुआ है। रविवार को हिमाचल सरकार के अधिकारियों की ओर जारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक राज्य में 7020.28 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। 24 जून से अब तक राज्य में मानसून के कारण 257 लोगों की जान चली गई। इनमें 66 मौत के मामले भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ कारण सामने आए। इस दौरान सड़क दुर्घटना या अन्य कारणों से 191 लोगों की मौत हुई। जबकि 32 लोग लापता हैं और 290 लोग घायल हुए हैं।
लगातार बारिश को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने रविवार को राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को 14 अगस्त को बंद रखने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारी बारिश के कारण छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया है। सीएम के निर्देश पर शिक्षा सचिव ने सभी सरकारी, निजी स्कूल-कॉलेजों को 14 अगस्त को बंद रखने की अधिसूचना जारी कर दी है।
Author: samachar
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