दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अगर आप वीकएंड पर परिवार के साथ किसी हाईवे ढाबे पर खाने का प्लान कर रहे हैं तो इनकी हकीकत जानकर शायद आप अपना प्लान बदल लेंगे। इन ढाबों पर टेस्टी खाना तो मिल रहा है, लेकिन खाने के साथ-साथ यहां चल रहा है सेक्स का काला कारोबार। जो खाने का मेन्यू आपके सामने पेश किया जाएगा, उसके साथ ही ऑफर की जाती है लड़कियां। ये हाल किसी एक हाईवे पर बने ढाबे का नहीं देश के ज्यादातर हाईवे के ढाबों की तस्वीरें तकरीबन ऐसी ही है। पैसे कमाने के लालच में यहां धड़ल्ले से चल रहा है जिस्मफरोशी का धंधा। 500, 800, 1000 रुपये में कुछ घंटों के लिए लड़कियां ऑफर की जाती है और फिर यहीं बने कमरों में चलता है सेक्स रैकेट।
ढाबों पर खाने साथ परोसी जा रही हैं लड़कियां!
देश के अलग-अलग हिस्सों के ढाबों में पुलिस कई बार एक्शन ले चुकी है। कई बार यहां रेड हो चुकी है। कई बार रंगे हाथों लड़कियों और ग्राहकों को पकड़ा जा चुका है। होटल मालिकों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन कुछ समय बाद ये फिर से उसी धंधे को शुरू कर देते हैं। या यूं कहे कि ढाबों में जानबूझकर लड़कियों को रखा जाता है ताकि वो ग्राहकों को अपने जाल में फंसा सकें। आप देखिए कैसी है ज्यादातर ढाबों की तस्वीरें।
एनएच 19: सेक्स रैकेट का भंडाफोड़
उत्तर प्रदेश के भदोही से गुजरने वाला एनएच 19। पुलिस को खबर मिली थी कि यहां पर बने वाजपेयी ढाबा और एएफसी रेस्टोरेंट में नेपाल और मिर्जापुर से लड़कियां पहुंच रही है और ग्राहकों की डिमांड पर देह व्यापार हो रहा है। खाने पीने चीजों की आड़ में सेक्स रैकेट चल रहा है। पुलिस की टीम साधारण कपड़े पहनकर ग्राहक बनकर इस ढाबे में पहुंची। बिल्कुल वैसा ही हुआ जैसा पुलिस को सूचना मिली थी। ढाबा मालिक ने थोड़ी ही देर में डिमांड पर लड़कियां ढाबे में सप्लाई करवा दी। जब तक खाना चल रहा था, लड़कियां ढाबे में पहुंच चुकी थी। पुलिस ने रंगे हाथों वाजपेयी ढाबे के मालिक, तीन लड़कियों और एक ग्राहक को गिरफ्तार किया। इस ढाबे के अंदर से कई आपत्तिजनक चीजें, शराब की बोतलें और पैसे बरामद हुए हैं। लंबे समय से इसमें जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था। दूसरे ढाबे का मालिक पुलिस की टीम को देखकर फरार हो गया, लेकिन 2 लड़कियां होटल से गिरफ्तार की गई।
इंदौर-भोपाल हाईवे पर जिस्म की मंडी
देवास के रसूलपुर बायपास का प्रिंस होटल, जिसमें काफी भीड़ रहती है वहां पर पुलिस को काफी समय से खबर मिल रही थी कि जिस्म का कारोबार किया जा रहा है। रात होते ही इस होटल में सजने लगती थी महफिल। ग्राहकों को खुश करने के लिए इस हाईवे होटल ने 8 लड़कियों का इंतजाम किया हुआ था। लड़कियों के दाम लगाए जाते थे। होटल में खाना तो महज दिखावे के लिए था, होटल का मालिक देह व्यापार के जरिए कर रहा था लाखों रुपये की कमाई। पुलिस की टीम ने पिछले महीने यहां छापा मारकर होटल मालिक समेत 10 लड़कों और 8 लड़कियों को गिरफ्तार किया।
पाली हाईवे के किनारे कई ढाबों में देह व्यापार
राजस्थान के हाईवे में भी देह व्यापार धड़ल्ले से चल रहा और आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे ये हो रहा है पुलिस की मदद से। पाली हाईवे में चल रहे ढाबों में लड़कियां सप्लाई करने वाला एक गैंग काम कर रहा था। इस मामले में कुछ समय पहले दो दलालों भगवान सैनी और लक्ष्मण सैनी को गिरफ्तार किया जो लड़कियों को इन ढाबों तक पहुंचाते थे और फिर ढाबा मालिक ये लड़कियों से ग्राहकों की डिमांड पर जिस्मफरोशी करवाते थे। इनसे जब पूछताछ की तो इन्होंने बताया कि पाली हाईवे के तकरीबन सभी ढाबों में रात होते ही जिस्म मंडी सज जाती है। अलग-अलग रेट पर लड़कियां दी जाती है। इन दलालों ने चार पुलिसकर्मियों के नाम भी लिए जो इस काम में होटल के मालिकों के साथ मिले हुए हैं। इस घटना के बाद चारों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
मुरथल ढाबे में जिस्मफरोशी का धंधा
दिल्ली से महज 45 किलोमीटर दूर एनएच 11 पर मुरथल में बने ढाबे। वीकएंड पर तो यहां दिल्ली गाजियाबाद, फरीदाबाद से पराठे खाने जाने वाले लोगों की भीड़ लग जाती है। दिल्ली वालों का ये फेवरेट वीकएंड प्लेस है, लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि यहां भी ढाबों में सैक्स रैकेट चल रहे थे। हालांकि ये मामला थोड़ा पुराना है। मुरथल के ढाबों में साल 2021 और साल 2018 में रेड हुई थी। साल 2021 में यहां के 6 ढाबों में रेड कर कुल 12 लड़कियों और 12 लड़कों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से तीन लड़कियां विदेशी भी थी जबकि बाकी लड़कियां दिल्ली की रहने वाली थीं। इसी तरह साल 2018 में भी यहां रेड हुई थी। पुलिस को खबर मिली थी मुरथल में मौजूद जन्नत ढाबे में जिस फरोशी का धंधा चल रहा है। जो ग्राहक यहां खाना खाने आते हैं उन्हें लड़कियों की पेशकश की जाती है। पुलिस ने यहां रेड की तो चार लड़कियां और चार ग्राहक आपत्तिजनक हालत में मिले। दिल्ली और गाजियाबाद से यहां लड़कियां सेक्स के लिए लाई जा रहीं थी। वीकएंड पर ये मोटी कमाई का जरिया बन चुका था। (प्रदर्शित चित्र सांकेतिक है)
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."