दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अपनी ताकत दिखाने के लिए आम लोगों पर ही उठा दिया अपना हाथ। अक्सर चांटा मारने के केस सामने आते रहते हैं। पुलिस अधिकारी, डीएम, या फिर बड़े अधिकारियों के कई बार ऐसे वीडियो सामने आ चुके हैं जब भीड़ के बीच वो किसी को चांटा जड़ देत हैं। ताजा मामला वाराणसी से सामने आया है जहां एक महिला अधिकारी का चांटा मारते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। इस मामले में क्या कहता है कानून ये हम आपको बताएंगे उससे पहले ऐसे मामले जान लीजिए जहां अधिकारियों ने आव देखा न ताव और जड़ दिया जोरदार चांटा।
वाराणसी: नायब तहसीलदार ने जड़ा चांटा
ये घटना कपसेठी इलाके की है। यहां नायब तहसीलदार प्राची केसरवानी अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी। इस दौरान वहां काफी भीड़ इकट्ठा हो गई, लोग प्राची देसाई का विरोध करने लगे। इसी बीच एक लड़की ने प्राची से पूछा कि अवैध अतिक्रमण हटाने के आदेश की कापी दिखाइए। बस इस बात से ये सरकारी अधिकारी प्राची देसाई नाराज हो गई और अपना आपा खो बैंठी। प्राची ने तुरंत लड़की के चेहरे पर थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना का वीडियो वायरल हो चुका है। लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं। प्राची देसाई वैध तरीके से कार्रवाई कर सकती हैं, लेकिन किसी को थप्पड़ मारना सही नहीं ठहराया जा सकता।
गुरदासपुर: बुजुर्ग महिला को पुलिसकर्मी ने थप्पड़ मारा
पंजाब के गुरदासपुर में कुछ किसान प्रदर्शन कर रहे थे। ये लोग दिल्ली-कटरा नेशनल हाईवे पर भारतमाला परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे थे। इसी बीच वहां पुलिस की टीम पहुंची और एक पुलिसकर्मी ने प्रदर्शन कर रहे लोगों में शामिल एक बुजुर्ग महिला को थप्पड़ मार दिया। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया था जिसके बाद पुलिसकर्मी को लाइन अटैच कर दिया गया। पुलिस की वर्दी पहनकर पावर का इस तरह से इस्तेमाल करना बेहद गलत है।
चंदौसी, डीएसपी का थप्पड़ मारते हुए वीडियो वायरल
उत्तर प्रदेश के चंदौसी के डीसीपी अनिरुद्ध सिंह का भी थप्पड़ मारते हुए वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में अनिरुद्ध सिंह भीड़ के बीच बात करते नजर आ रहे हैं। इसी बीच वो किसी बात पर अचानक गुस्सा हो जाते हैं और उसी भीड़ में मौजूद एक शख्स पर हाथ छोड़ देते हैं। जब ये वीडियो वायरल हुआ तो आम लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने डीसीपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के खिलाफ लोगों ने काफी प्रतिक्रिया दी थी जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश दिए थे।
सूरजपुर: डीएम ने जड़ा था थप्पड़
छत्तीसगढ़ में भी एक डीएम के थप्पड़ मारने का मामला काफी तूल पकड़ा था। हालांकि ये मामला करीब दो साल पुराना है। कोविड के दौरान डीएम रणवीर शर्मा एक बच्चे थप्पड़ मारते नजर आए थे। रणवीर शर्मा ने बच्चे मोबाइल भी तोड़ दिया था। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया में लोगों के बीच काफी ज्यादा गुस्सा था। रणवीर शर्मा को हटाने के लिए हैशटैग भी किया गया था।
ऐसे अधिकारी के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई
ये जितने भी मामले हैं इनमें अधिकारी अपना आपा खोते नजर आ रहे हैं। अपनी वर्दी या फिर पावर का गलत इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं। ये ठीक है कि इस तरह के अधिकारियों को जनता के बीच जाना होता है, उन्हें गलत काम करने से रोकना होता है तो उन्हें सख्ती अपनानी पड़ती है, लेकिन सख्ती के नाम पर किसी के साथ मारपीट या उसे थप्पड़ मारना सही नहीं हो सकता। ये कानूनी रूप से गलत है और ऐसे अधिकारी के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 323 और 341 के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."