अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
पाकिस्तान की सीमा हैदर करीब चार महीने भारत में है। वो खुद को एक साधारण लड़की बता रही है जो प्यार की खातिर अपने मुल्क से यहां आ गई। उसकी अपनी कहानियां हैं। कई लोग सीमा की कहानियों पर विश्वास भी कर रहे हैं। कोई कह रहा है उसे भारत में ही रहने देना चाहिए। कोई सीमा से हमदर्दी जता रहा है कोई फिल्मों में उसे रोल ऑफर कर रहा है, किसी को सीमा के बच्चों की चिंता है, लेकिन ये जानना भी जरूरी है कि जिस अंदाज में सीमा यहां रह रही है ठीक उसी अंदाज आज से 25 साल पहले एक और शख्स भारत आया था।
सीमा हैदर की तरह भारत आया था पाकिस्तानी जासूस देसाई
ये कहानी है पाकिस्तानी जासूस देसाई की। जो कोल्हापुर की लड़की बीबी जोहरा से निकाह करने भारत आ गया। सीमा हैदर की तरह ही अपने प्यार के लिए वो बार-बार भारत आने लगा। कभी सरकारी कागजात के जरिए तो कभी चोरी छुपे। वो कहता था कि भारत में ड्राइ फ्रुट्स का बिजनेस करता है। अपने पत्नी का नाम लेकर उसने भारत में कुछ साल रहने की परमिशन भी ले ली। मोहम्मद अहमद देसाई को उसके प्यार की खातिर ये परमिशन मिल भी गई।
कोल्हापुर की लड़की से शादी के बहाने पाकिस्तान से यहां आया
इसी बीच उसने भारत में नकली दस्तावेज बनाकर अपना राशन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस भी बना लिया। जब तक परमिशन मिली थी वो मियाद भी खत्म हो गई, लेकिन सैयद मोहम्मद अहमद देसाई भारत छोड़कर नहीं गया। उसने अपने बच्चों का एडमिशन यहीं करवा लिया। अब तक यही लग रहा था कि सैयद देसाई भारत में अपने परिवार के साथ खुश है। साल 1999 में पुणे पुलिस को खबर मिली की देश की अहम जानकारी पाकिस्तान को दी जा रही है। जांच शुरू हुई तो नाम सामने आया मोहम्मद अहमद देसाई का।
सालों रहने के बाद पता चला देसाई पाकिस्तानी जासूस था
पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि ये कराची का रहने वाला था और भारत में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहा था। ये देश के जरूरी दस्तावेज पाकिस्तान को दे रहा था। पुलिस ने जब इसके घर में रेड की तो इसके पास से कई महत्वपूर्ण पेपर मिले। ये सीक्रेट चीजें आईएसआई तक पहुंचाता था। सालों तक ये एक शरीफ आदमी बनकर यहां रहता रहा, लेकिन असल में वो हमेशा से अपना काम कर रहा था। यहां उसने शादी भी इसलिए की थी। सैयद अहमद देसाई दोषी साबित हुआ था और उसे पाकिस्तान डिपोर्ट करने के आर्डर दिए गए।
सीमा हैदर भी हो सकती है आईएसआई एजेंट
सीमा हैदर का केस भी बिल्कुल ऐसा ही है। अभी वो एक साधारण लड़की तरह यहां रह रही है। हो सकता है उसका मकसद है सबका विश्वास जीतना हो। उसका मकसद है इसी तरह सालों तक यहां रहना और फिर आईएसआई तक देश की सुरक्षा से जुड़े सीक्रेट भेजना हो। एटीएस ने काफी दिनों तक सीमा हैदर से पूछताछ की है। अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि सीमा का मकसद क्या है। हां ये जरूर है कि उसे इस तरह से यहां पर रखना खतरे से खाली नहीं हो सकता। अगर जांच एजेंसियों को लगेगा कि सीमा कोई एजेंट है या जासूस है तो उसे तुरंत पाकिस्तान भेज दिया जाएगा।
Author: samachar
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