आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
आज जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई सभापति जगदीप धनखड़ ने बताया कि 65 नोटिस रूल 267 के तहत मिले हैं। कई सदस्यों के गाइडेंस से मैंने एक प्रैक्टिस शुरू किया है कि नाम और नोटिस का सब्जेक्ट पढूं। क्या मुझे सभी 65 नोटिस पढ़ना चाहिए? इस पर उच्च सदन में हंगामा शुरू हो गया। विपक्षी सदस्यों की आवाज तेज होने लगी तो पीयूष गोयल खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि विपक्ष लिबर्टी का मिसयूज कर रहे हैं। जब सरकार मणिपुर पर चर्चा करने के लिए तैयार है तो वे क्यों भाग रहे हैं। सदन के 9 दिन बर्बाद हो गए। देश देख रहा है। मैं हैरान हूं कि डिबेट से भागकर विपक्ष क्या संदेश देना चाहता है। ये लोग क्या छिपाना चाहते हैं। इनकी दाढ़ी में कुछ काला है… कोई न कोई तकलीफ है जिससे ये भाग रहे हैं। ये मणिपुर की सच्चाई सामने नहीं लेने दे रहे हैं। गोयल ने जोर देकर कहा कि इस सदन में सरकार मणिपुर पर चर्चा चाहती है और आज के आज चाहती है। आज ही चर्चा शुरू की जाए। आज ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। मुझे लगता है कि विपक्ष की रणनीति आपको रोज तकलीफ देने की है। कार्यवाही शुरू की जाए और आज दोपहर में ही 2 बजे मणिपुर पर चर्चा शुरू की जाए।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."