रघू यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगातार छापेमारी कर रही ईडी की टीम ने शनिवार का बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने IAS अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार किया है। रानू साहू को गिरफ्तार करने के बाद रायपुर स्थिति कोर्ट में पेश किया गया है। ईडी ने ये कार्रवाई छत्तीसगढ़ कोल और लेवी घोटाले में की है। कोयला घोटाले में गिरफ्तार होने वाली रानू साहू दूसरी आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले ईडी ने समीर विश्नोई को गिरफ्तार किया था। फिलहाल वो जेल में हैं। आइए जानते हैं रानू साहू कौन हैं।
कौन हैं रानू साहू
रानू साहू 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। अपने कामों को लेकर वो हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। रानू साहू का जन्म छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में हुआ। रानू साहू के बारे में कहा जाता है कि वो बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में बहुत होशियार थीं। रानू साहू के पति का नाम जयप्रकाश मौर्य है। वह मंत्रालय में सचिव हैं।
2005 में बनी थी डीएसपी
रानू साहू ने एक बार बताया था कि उन्हें पुलिस की वर्दी बहुत पसंद थी। वो पढ़ाई के दौरान से ही पुलिस में भर्ती होने चाहती थीं। साल 2005 में रानू साहू का डीएसपी के लिए सिलेक्शन हुआ था। डीएसपी बनने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी।
ट्रेनिंग से शुरू की थी UPSC की तैयारी
रानू साहू का जब DSP के पोस्ट पर सिलेक्शन हुआ तो उन्होंने यूपीएससी क्लियर करने का फैसला किया। रानू साहू ने उसी समय से UPSC की तैयारी शुरू कर दी। 2010 में वो यूपीएससी के लिए सिलेक्ट हुईं और छत्तीसगढ़ कैडर की IAS अधिकारी बनीं।
रानू साहू को बतौर कलेक्टर पहला जिला कांकेर मिला था। रानू साहू रायगढ़ और बालोद जिले की भी कलेक्टर रही हैं। वह मंत्रालय में कई अहम पद संभाल चुकी हैं। साहू फिलहाल राज्य कृषि विभाग में निदेशक हैं।
मंत्री से हुआ था विवाद
रानू साहू हमेशा अपनी कार्यशैली को लेकर विवादों में रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने उनकी शिकायत की थी। जिसके बाद रातो-रात उनका तबादला कर दिया गया था। रानू की मां राजनीति में हैं। वो जिला पंचायत सदस्य हैं।
पहले 9 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
गौरतलब है कि अक्टूबर 2022 में जब कोयला ट्रांसपोर्टिंग मामले में ईडी ने रानू साहू के घर रेड मारा था। तब रानू साहू रायगढ़ कलेक्टर की जिम्मेदारी में थी तब भी ईडी ने कलेक्टर बंगले में रेड किया था। इसके बाद साथ लगातार रानू साहू के घर ईडी की टीम पहुंच रही थी। अब जब रानू साहू मंडी बोर्ड की एमडी और कृषि विभाग की डॉयरेक्टर के रूप में मंत्रालय में काम कर रही है तब ईडी ने रानू साहू को गिरफ्तार किया है।
आपको बता दें कि इससे पहले कोल ट्रांसप्रोटिंग लेवी मामले में 9 और लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ईडी ने दावा किया है कि राज्य में 500 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। अब ये घोटाले की राशि भी बढ़ने का ईडी ने अनुमान जताया है।
Author: samachar
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