राजेश कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्यकार्यसमिति के सदस्य एवं सदर गया के सचिव आशुतोष कुमार ने बताया की शिक्षकों के एकसुत्री मांग राज्यकर्मी के दर्जे को लेकर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सम्मानित महासचिव सह पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह के आह्वान पर सुबे बिहार के प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं पुस्तकाल्याध्यक्षो के द्वारा संयुक्त संघर्ष मोर्चा बना कर राज्य के सभी जिलो के शिक्षक राजधानी पटना में दिनांक 11/07/23 को घेराव एवं प्रदर्शन करेंगे।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई गया के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि “एकमात्र मांग है हम नियोजित शिक्षको को भी करो सरकारी” और इसको लेकर पटना में 11 जुलाई को बिहार के नियोजित शिक्षकों का जुटान होने वाला है।जिसको लेकर गया जिले के सभी सम्मानित शिक्षक एवं पुस्तकाल्याध्यक्ष अपनी चट्टानी एकता को प्रदर्शित कर राज्यकर्मी के दर्जे हेतू अपने संघर्ष को और तेज करेंगे।
राज्य कार्यकारणी के सदस्य आशुतोष कुमार ने गया के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से अपील किया है कि 11 तारीख को बिहार विधानसभा का घेराव करने में एकजुट होकर अपनी शक्ति दिखाएं और सरकार को अपनी जायज मांगो का एहसास कराये।
जैसा कि पूर्व से निर्धारित है कि बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 10 जुलाई से शुरू होने की संभावना है। अतःइसे देखते हुए बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा के द्वारा 11 जुलाई को विधानसभा घेराव का आयोजन किया गया है।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, जिला सचिव अनुज कुमार, राज्यकार्यकारणी के सदस्य आशुतोष कुमार,नफासत करीम,अनीता ओझा,अली बसीर, प्रमंडलीय सचिव जितेंद्र कुमार,आलोक कुमार,ललन शर्मा,अभिषेक कुमार, मुरली पांडे,अताउल मुस्तफा,कुणाल किशोर,अनिल कुमार,परमाणु,प्रभात केसरी,विकास रंजन,रामानुज कुमार,नरेंद्र कुमार,कुंदन झा,कमलेश,अरविंद कुमार,इकबाल अहमद सहित कई शिक्षको ने कहा की मॉनसून सत्र के दौरान बिहार के लाखों शिक्षक 11 जुलाई को बिहार विधानसभा का घेराव करेंगे । 12 जुलाई को पटना में बिहार के तमाम विधायकों के आवास का घेराव करते हुए अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे, जिससे उनके क्षेत्र के विधायक उनकी मांगों को विधानसभा में रख सकें ।
नियोजित शिक्षकों की परीक्षा का भी है विरोध
नई शिक्षक भर्ती नीति के तहत नियोजित शिक्षकों को भी राज्यकर्मी बनने का मौका दिया जा रहा है। मगर, इसके लिए उन्हें परीक्षा पास करना होगा । नियोजित शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं । शिक्षकों ने बताया की बीपीएससी से शिक्षकों की बहाली को लेकर दिन प्रतिदिन गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हो रही है । वर्षों से विद्यालयों में अपनी सेवा दे रहे शिक्षकों के संबंध में बिना कोई स्पष्ट दिशा निर्देश दिये । उन्हें परीक्षा के लिए बाध्य करना उचित नहीं है । पूरा शिक्षक समाज इसका एकजुट होकर विरोध करेगा।
Author: samachar
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