सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया (Deoria) में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पिछले 18 दिनों में जिले में 133 लोगों की मौत हुई है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन इन मौतों को स्वाभाविक मौत बता रहा है, मगर जानकार इन मौतों का कारण हीटवेव बता रहे हैं। लगातार बढ़ रहे तापमान और तेज लू के चलते पिछले 1 सप्ताह से जिले का तापमान 43 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है। भीषण गर्मी के चलते मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। लगातार हो रही मौतों का आंकड़ा कोरोना काल की याद दिला रहा है।
तेज लू और मौसम की बेरुखी के चलते देवरिया मेडिकल कॉलेज ही इमरजेंसी पर मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। इन मरीजों में हिट स्ट्रोक और डायरिया के मरीजों की संख्या सर्वाधिक है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का दावा है कि मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए पूरा प्रबंध किया गया है। मगर मौतों का आंकड़ा कुछ और ही बयान कर रहा है। तीन दिनों में लगभग 63 मौतें हुई हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की माने तो यह सभी मौतें हीट स्ट्रोक से नहीं बल्कि अन्य कारणों से हुई है। मगर किन कारणों से यह मौतें हुई है, इसका इसका कोई जवाब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास नहीं है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य राजेश बरनवाल ने बताया 1 जून से 18 जून तक जिले में 133 लोगों की मौत हुई है। मगर इनमें एक भी मौते हीटवेव से नहीं हुई है। यह सभी स्वाभाविक मौतें हैं। मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. एचके मिश्र ने बताया कि इमरजेंसी पर आने वाले मरीजों के इलाज के लिए पूरी व्यवस्था की गई है।
Author: samachar
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