अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
भाजपा ने अपने सभी विधायकों के मुंबई जाने पर रोक लगा दी है। बीजेपी के विधायक मुंबई में राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में जाने की तैयारी कर रहे थे। यह सम्मेलन 15 से 17 जून तक होना है। चूंकि पार्टी इस वक्त पूरे प्रदेश में महाजनसंपर्क अभियान चला रही है और सभी विधायकों को भी इस अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी हाईकमान ने विधायकों के अभियान के बीच में जाने पर नाराजगी जताई और फिर उनके मुंबई जाने पर रोक लगा दी। एनबीटी ने अभियान के बीच में विधायकों के मुंबई जाने की खबर भी 23 मई को प्रकाशित की थी।
250 विधायकों ने करवा लिया था रजिस्ट्रेशन
मुंबई के बीकेसी स्थित जियो कन्वेंशन सेंटर में राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन का आयोजन पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, सुमित्रा महाजन, मनोहर जोशी और शिवराज पाटिल के संरक्षण में बनी संस्था करवा रही है। संस्था ने देशभर से एमएलए-एमएलसी को इसमें बुलाया है। कहा जा रहा है कि इस सम्मेलन में विधायकों को लोकतांत्रिक परंपराओं, संवाद, संसदीय ज्ञान की ट्रेनिंग दी जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना समेत करीब 250 विधायकों ने सम्मेलन के लिए रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया था। शुक्रवार को पार्टी की ओर से फोन करके सबको यात्रा पर जाने से मना कर दिया गया।
आज से शुरू हो रही हैं जनसभाएं
सूत्रों का कहना है कि 10 जून से बीजेपी की हर लोकसभा क्षेत्र में जनसभा शुरू होनी है। पूरे प्रदेश में 80 जनसभाएं 20 जून तक होनी हैं। इसके अलावा जिलों में अलग-अलग वर्गों और जातियों के प्रबुद्ध सम्मेलन, लाभार्थी सम्मेलन भी होने हैं। इन सभी अभियानों में सांसदों के साथ ही हर जिले में विधायकों की भी जिम्मेदारी तय की गई है। खासतौर पर जनसभा और सम्मेलनों में विधायकों का भी भाग लेना अनिवार्य किया गया है। इसके बावजूद विधायक मुंबई जा रहे थे।
विधायकों के मुंबई जाने और ठहरने का खर्च आयोजक उठा रही थीं। एक विधायक के आने जाने का खर्च 16 हजार रुपये आ रहा था। विधायकों के ठहरने का इंतजाम पांच सितारा होटलों में किया गया था। सम्मेलन का आयोजन एमआईटी स्कूल आफ गवर्नमेंट, अतुल्य भारत और राष्ट्रीय छात्र संसद की ओर से किया जा रहा है।
Author: samachar
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