दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अतीक अहमद (Atique Ahmed) तीन दशक तक राजनीतिक फायदा लेकर अपने काले साम्राज्य को बढ़ाता रहा। लाख या करोड़ नहीं, अरबों की संपत्ति उसने इकट्ठा की। पूरा परिवार सालों तक ऐशो आराम की जिंदगी जीता रहा। लूट के पैसे से ये परिवार अपने सारे शौक पूरे करता रहा। अतीक के घर में महंगी कारों का पूरा काफिला होता था। बड़े-बड़े बंगले, फार्म हाउस… अपराध की दुनिया ने अतीक के परिवार के पास सबकुछ पहुंचा दिया था। लेकिन वो कहते हैं ना- समय का पहिया कब घूम जाए, कहा नहीं जा सकता। उत्तर प्रदेश में जब योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार आई तो अतीक की काली कमाई पर शिकंजा कसना शुरू हो गया।
अतीक के 3 जिन्न जो पूरी कर रहे थे शाइस्ता की हर मांग
अतीक के गुनाहों के लिए उसे जेल भेज दिया गया। सरकार ने 1,200 करोड़ रुपये की गैर-कानूनी संपत्ति जब्त कर ली। कई अवैध प्रॉपर्टी जिन पर इस माफिया ने जबरदस्ती कब्जा किया हुआ था, उन्हें ढहा दिया गया। ऐसा लगा कि शायद अब अतीक अहमद का परिवार सड़क पर आ जाएगा। परिवार के पास कमाई का कोई जरिया नहीं था। बावजूद इसके अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) और उसके बच्चों की शानो-शौकत में कोई कमी नहीं आई।
महंगी कारों से लेकर हथियार तक हो रहे थे सप्लाई
अतीक अहमद के जेल जाने के बावजूद शाइस्ता और उसके हर बच्चों की डिमांड पूरी होती रही। यहां तक की गैंग को मॉडर्न हथियार मिलना भी बदस्तूर जारी रहा। अब सवाल ये था कि कौन था जो शाइस्ता तक पहुंचा रहा था महंगी कारें, कौन था जो उन्हें विदेश घूमने की टिकट दे रहा था। कौन अतीक के गैंग तक असलहे पहुंचा रहा था। पुलिस लगातार इस पर जांच कर रही थी, लेकिन कोई भी पकड़ में नहीं आ रहा था।
पुलिस ने की अतीक के 3 फाइनेंसर की पहचान
अब जाकर तीन ऐसे नाम सामने आए हैं जो कर रहे थे अतीक के जिन्न का काम। बिल्कुल वैसे ही जैसे जिन्न को याद किया और सारी ख्वाहिशें पूरी। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके बच्चों को हर कीमती सामान अतीक के ये तीन बेहद खास लोग पहुंचा रहे थे। मीडिया की खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस ने अतीक अहमद के 3 फाइनेंसर की पहचान की है जो अतीक की गैरमौजूदगी में उसके घर तक करोड़ों रुपये, महंगी गाड़िया और गैंग तक मॉडर्न हथियारों की सप्लाई कर रहे थे।
2 प्रॉपर्टी डीलर है जबकि एक होटल चलाता है
अतीक के तीन मददगारों में से दो प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते है यानी रियल स्टेट से जुड़े हुए हैं, जबकि तीसरा एक होटल को चलाने का काम करता है। पुलिस लंबे समय से इनपर नजर बनाए हुए थी। ऐसे कई सबूत मिले हैं जिससे ये पता चलता है कि ये लंबे समय तक अतीक के परिवार तक पैसा पहुंचाने का काम करते थे। जब तक अतीक बाहर था तो ये पैसा अतीक तक जाता था, लेकिन बाद में इसे शाइस्ता परवीन तक पहुंचाया जा रहा था।
जेल में मिलने जाने की व्यवस्था भी यही तीनों करवाते थे
इनमें से एक प्रयागराज के कालिंदीपुरम का रहने वाला है और उसने धूमनगंज में अपना रियल एस्टेट का ऑफिस खोला हुआ है। दूसरा फाइनेंसर मरियाडीह में रह रहा है। इन तीनों के नाम पर नोएडा में काफी संपत्ति है। पुलिस जल्द इनकी प्रॉपर्टी को कुर्क करने का प्लान कर रही है। ऐसे भी सबूत मिले है कि जब शाइस्ता परवीन या उसके परिवार का कोई भी शख्स गुजरात साबरमती जेल में अतीक से मिलने के लिए जाता था तो यही तीनों उनके अच्छे होटल में रहने, खाने पीने और फ्लाइट की व्यवस्था करवाते थे।
जेल में बंद बेटों के लिए खर्च किए जाते थे लाखों रुपये
खबरों के मुताबिक शाइस्ता परवीन के अलावा जेल में बंद अतीक के बेटों की सुविधा का ख्याल रखना भी इन्हीं तीनों फाइनेंसर का काम था। ये जेल में पैसा देकर सेटिंग करते थे ताकि अतीक के बेटों को कोई दिक्कत न हो। उनकी सुविधा के लिए लाखों-करोडों रुपये पानी की तरह बहाए जाते थे।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."