आनंद शर्मा की रिपोर्ट
देश में प्रदर्शन, विरोध, धरने और वजह एक फिल्म। जी हां पहले ‘द केरला स्टोरी’ (The Kerala Story) और अब ‘अजमेर 92’ (Ajmer 92) फिल्में देश में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। कोई इन्हें रोकने की मांग कर रहा है तो कोई इसे धर्म विशेष पर हमला बता रहा है। आखिर क्या है इस फिल्म में ऐसा जो एक विशेष वर्ग इसे रोकने की मांग कर रहा है। दरअसल ये फिल्म साल 1992 में हुए देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल ( Ajmer Sex Scandal) पर आधारित है, जिसमें अजमेर की 100 से ज्यादा लड़कियों के साथ गैंगरेप की घटना हुई थी और आरोप लगे थे अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम पर। अजमेर के सबसे रसूखदार चिश्ती परिवार पर आई गैंगरेप कांड की आंच। चलिए जानते है क्या था ये पूरा केस।
अजमेर में हुआ था देश का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल
19 अप्रैल 1992 के दिन अजमेर शहर के एक अखबार में बेहद खतरनाक तस्वीर छपी। ये तस्वीर थी शहर के बड़े घरानों की लड़कियों की। स्कूल कॉलेज जाने वाली ये लड़कियां इसमें अर्धनग्न हालत में नजर आ रहीं थी। जैसे ही ये खबर अखबार में छपी पूरे शहर में सनसनी फैल गई। हर कोई हैरान था। सारी लड़कियां काफी अच्छे घरों की थी। ऐसी तस्वीरें उनके परिवार वालों के लिए मुसीबत का सबब बन गईं।
अजमेर के नामी इंग्लिश मीडियम स्कूल की लड़कियों के लिए साल 1992 इतना ज्यादा डरावना था कि वो आज भी उस बारे में अगर बात करती हैं तो वो डर उनके चेहरे पर साफ झलकने लगता है। बेहद ऊंचे घरानों से ताल्लुक रखने वाली ये लड़कियां उस वक्त हुए इस भयानक सेक्स कांड को भूल जाना चाहती हैं जो उनके साथ तब हुआ जब वो महज 18-19 साल की थीं। एक के बाद एक 100 से ज्यादा लड़कियों की नग्न तस्वीरें लोगों तक पहुंचीं। कई तस्वीरें मैगजीन और अखबारों का हिस्सा बनीं। लंबे समय तक लोगों के लिए इन लड़कियों की ये तस्वीरें चर्चा का मुद्दा रहीं।
उस वक्त की 19-20 साल की ये लड़कियां अब 50 साल की उम्र के आसपास पहुंच चुकी हैं और ये नहीं चाहतीं अपने जख्मों को बार-बार कुरेदना, वो भी ऐसे जख्म जो इन्हें उस उम्र में मिले जब इन्होंने अपनी ज़िंदगी की बस शुरूआत ही की थी। इन नामचीन घरानों की यंग लड़कियों के साथ जो यौन अपराध किया गया उसके आरोपी अजमेर के सबसे फेमस चिश्ती परिवार के लोग ही हैं।
सबसे पहले इस मामले की शुरूआत होती है एक लड़की से… आरोपी सबसे पहले लड़की को अपने झांसे में लिया। अजमेर के इन दरिंदों ने इस लड़की से दोस्ती कर ली और लड़की को राजनैतिक फायदे का लालच दिया। लोकल अखबारों में छपी खबरों के मुताबिक ये लोग पीड़ित लड़की के पास कांग्रेस का एक फॉर्म लेकर आए और उसे कांग्रेस के किसी बड़े नेता से मिलवाने का झांसा देकर एक फार्म हाउस में ले गए। मुश्किल से 18-19 साल ये लड़की अब फार्म हाउस में इन आरोपियों की गिरफ्त में एकदम अकेली थी। लड़की के साथ फार्म हाउस में रेप किया गया। लड़की की नग्न तस्वीरें कैमरे में कैद कर ली गई। उस जमाने में वीडियो मोबाइल नहीं हुआ करते थे इसलिए कैमरे से ही पीड़ित लड़की की तस्वीरों और वीडियो को रिकॉर्ड किया गया। अश्लील तस्वीरें बनाने वाले इन आरोपियों की हैवानियत यहां पर आकर नहीं रुकी। पीड़ित लड़की को धमकी दी गई कि अगर वो अपनी किसी सहेली को यहां फार्म हाउस लेकर नहीं आई तो उसकी अश्लील तस्वीरों को वायरल कर दिया जाएगा। बस ऐसे ही ये सिलसिला शुरू हुआ। एक के बाद एक शहर की कई लड़कियां इनके पास फार्महाउस में आती, ये उनके साथ बलात्कार करते, उनकी नंगी तस्वीरें अपने कैमरे में कैद करते और फिर एक नई लड़की को लाने के लिए ब्लैकमेल करते।
अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम पर लगे थे यौन शोषण के आरोप
नफीस चिश्ती और फारुक चिश्ती के कई और रिश्तेदार और दोस्त भी लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाने लगे। कभी एक फार्म हाउस में तो कभी दूसरे में। रोज़ नई लड़कियों के साथ यौन शोषण करना और फिर उनकी तस्वीरें बना लेना इनका धंधा बन गया। उस जमाने में कैमरे में रील डालकर तस्वीरें ली जाती थी और फिर उस रील को डेवलेप करवाने के लिए स्टूडियों में भेजना पड़ता था। जब इन तस्वीरों को डेवलेप करवाने के लिए स्टूडियो भेजा गया तो स्टूडियों के एक फोटोग्राफर ने भी इन ऊंचे घराने की लड़कियों का फायदा उठाने की सोची। फोटोग्राफर ने कई लड़कियों को धमाकर उनका बलात्कार किया। महीनों तक ऐसे ही लड़कियों का यौन शोषण होता रहा। बदनामी के डर से लड़कियां अपनी सहेलियों को इनके पास लाती रहीं। अय्याशी का ये खेल खेलने वाले ये दरिन्दें रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। इस सबसे तंग आकर कई लड़कियों ने सुसाइड तक कर लिया। कई महीनों तक ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा, 100 से ज्यादा लड़कियों की नग्न तस्वीरें इन आरोपियों के पास थी। अब धीरे-धीरे कई लड़कियों की तस्वीरें मैगजीन में भी छपने लगी। 21 अप्रेल 1992 को राजस्थान के एक लोकल अखबार में इस खबर को छापा गया। उसके बाद तो जैसे पूरे शहर में हड़कप मच गया।
कई लड़कियों ने की आत्महत्या
कहते हैं उस दौरान अजमेर में हालात ये हो गए थे शहर की तमाम लड़कियों ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया। शहर की हर लड़की को लोग शक की नज़र से देखने लगे थे। अजमेर की लड़कियों के लिए शादी के रिश्ते आने बंद हो गए। कई परिवारों ने इस सब से तंग आकर शहर को ही छोड़ दिया। कई लड़कियों की आत्महत्या की खबरें आईं। मामले की शिकायत दर्ज हुई। आरोपी लड़कों और फोटोग्राफर के खिलाफ केस चला, लेकिन चिश्ती परिवार का रुतबा काफी ज्यादा था इसलिए बात धीरे-धीरे शांत होने लगी। पीड़ित लड़कियां भी शर्म के मारे कोर्ट में आने से परहेज करने लगीं। 100 में से सिर्फ 17 लड़कियों ने ही न्याय के लिए कोर्ट का सहारा लिया। इस सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल में आठ लोगों को उम्र कैद की सजा हुई। कई आरोपियों पर मामला अब भी चल रहा है। जो लड़कियां उस समय महज 18-19 साल की थी वो अब दादी-नानी तक बन चुकी हैं, लेकिन अब तक उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है।
अच्छे घरों की 100 लड़कियों को फंसाया गया था
इस मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि एक-एक कर अजमेर की 100 ज्यादा लड़कियों को इस सेक्स स्कैंडल में फंसाया गया था। दरअसल इसकी शुरुआत होती है सोफिया नाम के रेस्टोरेंट से।
नफीस चिश्ती और फारूक चिश्ती की अय्याशियां पहले ही अजमेर में काफी मशहूर थी। महंगी गाड़ियों में घूमना फिरना, बड़े-बड़े होटल्स में जाना ये लोग अपने हर शौक पूरे कर रहे थे। अजमेर शरीफ दरगाह की देखरेख के अलावा नफीस चिश्ती का राजनीतिक ताकत भी काफी ज्यादा थी। वो यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष था।
लड़कियों के साथ रेप के बाद नंगी तस्वीरें ली गईं
अपने कुछ दोस्तों के साथ उस दिन ये दोनों रेस्टोरेंट में आए हुए थे। वहां कुछ अच्छे घरों की लड़कियों का एक ग्रुप आया हुआ था। नफीस चिश्ती के एक दोस्त ने कहा कि आज नफीस का जन्मदिन है इसलिए सब लड़कियों को फ्री आइसक्रीम खिलाई जाएगी। बस ये पहली चाल थी इस सेक्स स्कैंडल को अंजाम देने की। धीरे-धीरे नफीस के दोस्त इन लड़कियों से एक-एक कॉन्टेक्ट करते रहे। लड़कियों को राजनीतिक फायदा दिलाने के नाम पर ये नफीस चिश्ती से मिलाते। ये मुलाकात नफीस के एक फार्म हाउस पर होती। मुलाकात के नाम पर वहां ले जाई गई लड़की के साथ नफीस चिश्ती, फारूक चिश्ती और उसके दोस्त रेप करते और उनकी नंगी तस्वीरें खींचते।
एक के बाद एक लड़की इस जाल में फंसती चली गई
इसके बाद उस लड़की को ब्लैकमेल किया जाता है और उस लड़की को अपनी एक दोस्त को उस फार्म हाउस में लाने के लिए मजबूर किया जाता है। ऐसे ही एक के बाद एक 100 से ज्यादा अच्छे घरों की लड़कियों के साथ ये यौन शोषण किया जाता है। इस मामले के अखबार में छपने के बाद कई लड़कियां सुसाइड कर लेती हैं। कई परिवार अपनी इज्जत बचाने के लिए अजमेर छोड़कर चले जाते हैं। इस स्कैंडल ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
इसपर अजमेर 92 के नाम से बन रही है फिल्म
अब इसी स्कैंडल पर फिल्म बनाई गई है, जिसका ट्रेलर लॉन्च हो चुका है। फिल्म अभी रिलीज नहीं हुई है, लेकिन इसपर पूरे देश में बवाल शुरू हो चुका है। मुस्लिम संगठनों का कहा है कि इस फिल्म को बैन किया जाए क्योंकि इसकी वजह से पवित्र अजमेर शरीफ दरगाह पर सवाल खड़े होते हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."