नरेश ठाकुर की रिपोर्ट
आगरा। “ मेरे सास-ससुर की नीयत में खोट है। वह मुझे संपत्ति नहीं देना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने इस उम्र में बच्चा पैदा किया है।” आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में महिला की यह शिकायत सुनकर सभी लोग दंग रह गये। महिला ने अपनी बात को इस अंदाज में रखा कि हंगामा खड़ा हो गया। वहां मौजूद हर कोई उस महिला और उसके सास- ससुर को देख रहा था। कोई रास्ता न देख काउंसिलिंग करने वालों ने बहू और सास- ससुर को अगली तारीख दे दी है।
सास पर लगाया 58 साल में बेटा पैदा करने का आरोप
उत्तर प्रदेश के आगरा में परिवार परामर्श केंद्र में एक विधवा महिला और 58 साल की महिला अपने पति के साथ पहुंची थी। वृद्ध महिला की गोद में नन्हा बच्चा था। विधवा महिला ने बताया कि वह सैंया क्षेत्र की रहने वाली है उसकी शादी चार साल पहले कमला नगर थाना क्षेत्र के निवासी जिम संचालक से हुई थी। शादी के दो साल बाद पति की मौत हो गयी। पति परिवार का इकलौता बेटा था। पूरी संपत्ति का वारिस था। विधवा की शिकायत थी कि सास- ससुर असको संपत्ति में हिस्सा नहीं देना चाहते हैं। इसी कारण से 58 साल की उम्र में बच्चा (बेटा)पैदा किया है।
ससुर के गांव में नहीं रहना चाहती महिला
विधवा महिला के ससुर ने सभी आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना था कि बहू उनके घर की सदस्य है। उसके कोई संतान नहीं है। वह चाहते हैं कि वह उनके यहां रहे लेकिन वह मायके में रह रही है। बहू का कहना है ने सास-ससुर पैतृक गांव में रहने की कहते हैं। गांव में कोई मकान नहीं है। हिस्सा देने से बचने के लिए सास-ससुर ने वारिस पैदा किया है।
Author: samachar
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