कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ: माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के खिलाफ योगी सरकार का ऐक्शन लगातार जारी है। प्रॉपर्टी से लेकर गुर्गों और सहयोगियों तक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में यूपी स्पेशल टास्क फोर्स ने पंजाब के खरार से जुगनू वालिया (Jugnu Walia) को गिरफ्तार कर लिया है। इनामी शूटर जुगनू, मुख्तार को भगवान मानता था।
हरविंदर वालिया उर्फ जुगनू की तलाश यूपी पुलिस और एसटीफ को लंबे समय से थी। वह मुख्तार गैंग के लिए काम करता था। लखनऊ में मर्डर का आरोपी जुगनू पंजाब के खरार से धर दबोचा गया। वह मुख्तार अंसारी को भगवान मानता था। यूपी प्रशासन और पुलिस की तरफ से जब मुख्तार पर शिकंजा कसा जा रहा था, तब वालिया ने कार्रवाई को गलत करार देते हुए भगवान करार दिया था।
जुगनू वालिया पर लखनऊ के रेस्टोरेंट मालिक की हत्या का आरोप लगा था। दरअसल, 25 अक्टूबर 2021 की देर रात जुगनू ने आलमबाग के चंदरनगर इलाके में रहने वाले जसविंदर सिंह उर्फ रोमी की हत्या कर दी थी। जसविंदर सिंह का चिकचिक नाम से रेस्टोरेंट है। इसके बाद वह फरार हो गया था।
हत्या के मामले में फरार जुगनू वालिया की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद आलमबाग पुलिस ने 16 मार्च को उसके घर की कुर्की की थी। उसके घर से कीमती सामान बरामद किया गया था। उस पर 2019 में सूद का पैसा नहीं लौटाने पर मानक नगर के कपड़ा व्यवसायी अमनप्रीत की हत्या का भी आरोप है।
पंजाब (Punjab) में पकड़े गए मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के करीबी जुगनू वालिया (Jugnu Walia) को लखनऊ लाने की तैयारी है। लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) ने उसे रिमांड पर लाने के लिए सोमवार को कोर्ट से वॉरंट-बी (Warrant-B) हासिल कर लिया है। मोहाली कोर्ट से अनुमति मिलते ही आलमबाग पुलिस जुगनू को लखनऊ लाने के लिए पंजाब रवाना हो जाएगी।
पंजाब पुलिस की स्टेट क्राइम टीम ने शनिवार को जुगनू वालिया को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। वह शृंगार नगर में रेस्टोरेंट कारोबारी की हत्या के बाद से फरार चल रहा था। आलमबाग पुलिस उसे रेस्टोरेंट संचालक मर्डर केस में तलाश रही थी। पंजाब में उसकी गिरफ्तारी के बाद अब लखनऊ पुलिस ने उसे रिमांड पर लाने की कवायद शुरू कर दी है।
डीसीपी पूर्वी हृदयेश कुमार ने बताया कि जुगनू आलमबाग कोतवाली से वॉन्टेड चल रहा है। उसे पंजाब से लखनऊ लाने के लिए सोमवार को सीजेएम कोर्ट से बी-वॉरंट ले लिया गया है। बी-वॉरंट को मोहाली सीजेएम कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। कोर्ट से अनुमति मिलते ही जुगनू को रिमांड पर लखनऊ लाया जाएगा।
सूदखोरी के हैं कई मामले
आलमबाग के चंदरनगर निवासी जुगनू वालिया ने अपराध की दुनिया में कदम सूदखोरी से ही रखा था। चारबाग रेलवे स्टेशन के पीछे रेलवे कर्मचारियों को मनमाने तरीके से सूद पर रुपये देकर ही वह मालामाल हुआ था। उसकी सूदखोरी में फंसकर रेलवे कर्मचारियों के कई परिवार भी बर्बाद हो गए थे। जुगनू के सूदखोरी का गिरोह चारबाग से लेकर आलमबाग तक फैला। उसके बाद पूरे शहर में जड़ें जमा लिया था। आज भी चोरी छिपे इसके गुर्गे लोगों को रकम मुहैया करवाते हैं। पुलिस सूदखोरी से जुड़े मामलों के बारे में भी जुगनू से पूछताछ करेगी।
कैसे बना था मुख्तार का खास
सूदखोरी का धंधा मंदा पड़ा तो जुगनू के गुर्गों ने मुख्तार का तमगा माथे पर लगा लिया। जुगनू के साथ ही वे मुख्तार के आदमी भी बनकर शहर में लोगों से अवैध वसूली और जमीनों के कारोबार में दखल देने लगे। जिसने रंगदारी देने का विरोध किया, उसे मौत मिली। इस पूरी कहानी के पीछे सलाखों के पीछे बैठा माफिया भी शामिल था। अब पुलिस ऐसे संगीन मामलों में परतें उधेड़ने की कवायद शुरू करेगी।
Author: samachar
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