दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अतीक और शाइस्ता की ये वो लव स्टोरी है, जिसके बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते, लेकिन एक सच ये भी है कि इस लव स्टोरी में दोनों विलेन हैं। कभी अतीक के लिए माफिया शब्द इस्तेमाल होता रहा। अब शाइस्ता भी माफिया घोषित हो चुकी है। हालांकि 50 हजार की इनामी शाइस्ता इस वक्त कहां छिपी है ये कोई नहीं जानता।
हाल ही में अतीक के घर से मिले एल्बम से भी बता चलता है कि माफिया अपनी बेगम से कितना प्यार करता था। शाइस्ता और अतीक की तस्वीरें इस मोहब्बत की गवाह हैं। अतीक और शाइस्ता के पांच बेटे हुए। अतीक जब जेल के बाहर था तब भी घर की बॉस तो शाइस्ता ही थी और जब वो जेल गया तब भी शाइस्ता ने कारोबार की कमान संभाली।
जानकार बताते हैं कि अतीक कितना भी बड़ा डॉन क्यों ना बन गया, लेकिन शाइस्ता के आगे उसकी एक नहीं चलती थी। यानी पूर्वांचल को उंगलियों पर नचाने वाला माफिया घर में बीवी के इशारों पर नाचता था।
साल 1996 की बात है, अतीक अपने जुर्मों को छिपाने के लिए राजनीति में शामिल हो चुका था। वो विधायक था। करीब 34 साल के अतीक का चकिया इलाके में खासा नाम और रुतबा था। अतीक की शादी के लिए कई लड़कियों के रिश्ते आ रहे थे। इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने अतीक और शाइस्ता को करीब ला दिया।
शाइस्ता का परिवार प्रयागराज के दामुपुर में रहता था। पिता पुलिस में नौकरी करते थे। शाइस्ता के पिता अतीक के परिवार को पहले से ही जानते थे। वो चाहते थे कि अतीक का निकाह साइस्ता से हो जाए। शाइस्ता के परिवार वाले उसका रिश्ता लेकर अतीक के घर गए।
शाइस्ता ग्रेजुएशन कर रही थी और पढ़ाई में बेहद अच्छी थी। जब अतीक को शाइस्ता से मिलवाया गया तो अतीक पहली ही नजर में शाइस्ता को दिल दे बैठा। बताया जाता है कि शाइस्ता बेहद गुस्सा वाली लड़की थी। लोग बताते हैं कि शाइस्ता का गुस्सा अतीक को भा गया। अतीक इस बात से भ खुश था कि वो 8 वीं पास है और शाइस्ता ग्रेजुएट पढ़ी लिखी लड़की मिलने से वो खुश था। फिर क्या था? अतीक शाइस्ता को दिल दे बैठा।
2 अगस्त 1996 के दिन अतीक और शाइस्ता का निकाह हो गया। पुलिस क्वार्टर में रहने वाली शाइस्ता अतीक के महलों की रानी बन गई थी। अतीक शाइस्ता से बेहद प्यार करता था। बताया जाता है कि शाइस्ता को खुश करने के लिए वो उसे अक्सर महंगे तोहफे दिया करता था। अतीक के पास पैसे की कोई कमी ना थी। काले कारनामों से वसूली से उसने पैसों का ढेर लगाया दिया था। उसके महंगे तोहफे शाइस्ता को बेहत पसंद आते। वो अक्सर शाइस्ता को अपने साथ घूमाने ले जाता।
एक गिफ्ट जो शाइस्ता को सबसे ज्यादा पसंद था वो था कोल्ड स्टोरेज। वही कोल्ड स्टोरेज जिसे शाइस्ता गोल्ड स्टोरेज कहकर बुलाती थी। ये कोल्ड स्टोरेज झूसी के अंदावा में था, जिसे अतीक ने जबरदस्ती इसके मालिक से अपनी बेगम के नाम करवा लिया था। इस कोल्ड स्टोरेज से हर साल शाइस्ता को करीब 3 करोड़ रुपये की कमाई होती थी।
Author: samachar
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