दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
गोंडा। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिह के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में दो FIR दर्ज की गईं। इनमें एक FIR किशोरी की शिकायत पर पास्को एक्ट में दर्ज हुई है, जबकि दूसरी में छह अन्य महिला पहलवानों की शिकायतों को संयुक्त रूप से लिया गया है। इससे पूर्व दिन में पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि वह देर रात तक प्राथमिकी दर्ज कर लेगी। उसने खिलाड़ियों से भी कहा कि अगर कोई अन्य खिलाड़ी शिकायत देना चाहता है तो वह दे सकता है। प्रणव तायल, डीसीपी ने बताया कि पहली FIR एक नाबालिग पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जो POCSO अधिनियम के साथ-साथ आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं के तहत विनय के अपमान से संबंधित है।
लंबे समय से कर रहे थे पहलवान मांग
महिला पहलवान लंबे समय से सांसद के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग कर रही थीं। इसके लिए बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत कई पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आरोप है कि महिला पहलवानों का यौन शोषण होता है। साथ ही महासंघ के अध्यक्ष तानाशाही और मनमानापूर्ण तरीके से कार्य करते हैं। गत 25 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट सात महिला पहलवानों की याचिका पर सुनवाई करने के लिए राजी हुआ था। इन महिला पहलवानों ने कोर्ट से बृजभूषण शरण सिह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की मांग की थी।
बृजभूषण ने की इस्तीफे की पेशकश
इससे पूर्व दिन में मीडिया से बातचीत में बृजभूषण शरण सिह ने कहा कि वह अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं, लेकिन पहलवान आश्वासन दें कि वे अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर देंगे। अपने गृह नगर उत्तर प्रदेश के गोंडा में उन्होंने कहा, न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। मैं कहीं भाग नहीं रहा हूं। अपने घर में हूं। मैं दिल्ली पुलिस से पूरा सहयोग करूंगा। सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय होगा, मुझे मान्य है।
जांच में करुंगा सहयोग, ब्रजभूषण शरण सिंह ने कहा
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष है। कोर्ट ने आज जो भी फैसला किया है, मैं उसका स्वागत करता हूं। मुझे सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पुलिस की जांच प्रक्रिया पर भरोसा है। जांच में जहां भी मेरे सहयोग की आवश्यकता होगी, मैं सहयोग करूंगा।
पहलवानों पर टिप्पणी के बाद विपक्ष ने की पीटी ऊषा की आलोचना
दूसरी तरफ, दिल्ली में उत्पीड़न के विरोध में किए जा रहे पहलवानों के प्रदर्शन के संबंध में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पी टी ऊषा की टिप्पणी को लेकर विपक्षी दल के नेताओं ने शुक्रवार को उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह राजनीतिक मुखपत्र बन गई हैं। राज्यसभा सदस्य ऊषा ने गुरुवार को कहा था कि सड़कों पर प्रदर्शन अनुशासनहीनता है और इससे देश की छवि खराब हो रही है। ऊषा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के अनुरोधों को नजरअंदाज करने से देश की छवि खराब होती है और उनकी बात को सुना नहीं जाता। इसके साथ ही भाकपा सांसद बिनय विश्वम, तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने भी पीटी ऊषा पर निशाना साधा।
Author: samachar
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