शशांक मिश्रा की रिपोर्ट
बिहार में जातीय जनगणना चल रही है। इस जनगणना में कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं। वहीं कुछ चौंकाने वाले आंकड़े भी सामने आए हैं। जातीय जनगणना के दौरान पता चला कि अरवल जिले में 40 महिलाओं का ‘पति’ एक ही शख्स है। इसका नाम है रूपचंद। जनगणना कर रहे अधिकारी भी इस पर हैरान हैं। नीतीश सरकार की ओर से कराई जा रही जातीय जनगणना के दौरान महिलाओं से उनके पति का नाम पूछा गया। इस पर अगर-बगल के घरों में रह रहीं 40 महिलाओं ने पति का नाम रूपचंद बताया। वहीं कुछ महिलाओं ने अपने पिता और बेटे भी बताया है।
अरवल के रेड लाइट एरिया का है मामला
मामला नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर-7 का है। यह रेड लाइट एरिया है। इस इलाके में वर्षों से सेक्स वर्कर रह कर अपना जीवन यापन करती आ रही हैं। जातीय जनगणना के दौरान सरकारी कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों की जानकारी जुटा रहे हैं। इसी दौरान यह चौंकाने वाला आंकड़ा रेड लाइट एरिया से सामने आया है। यहां 40 महिलाओं ने अपने पति का नाम रूपचंद बताया है। वहीं कुछ महिलाओं ने पिता और पुत्र के तौर पर भी रूपचंद का नाम लिया है।
सेक्स वर्कर के सामने बड़ी समस्या, पति के कॉलम में किसका लिखाएं नाम
अरवल रेड लाइट एरिया की सेक्स वर्कर के सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि वे अपने पति के रूप में किसका नाम दर्ज कराएं? यहां रहने वालीं अधिकांश महिलाएं रूपचंद यानी रुपया को ही अपना सब कुछ मानती हैं। इसलिए उन्होंने अपने पति के नाम के आगे रूपचंद नाम दर्ज कराया है तो किसी ने पिता के नाम के कॉलम के आगे रूपचंद लिखवाया है।
सेक्स वर्कर के लिए सबकुछ है रुपया: जनगणना कर्मी
जातीय जनगणना करने पहुंचे शिक्षक राजीव रंजन राकेश ने बताया कि रेड लाइट एरिया में रहने वाली महिलाओं से उनका रेकॉर्ड जानने के लिए बात की। इस दौरान महिलाओं ने अपने पति, पिता और पुत्र का नाम रूपचंद बताया। हालांकि जब इसके बारे में जानकारी जुटाई गई कि रूपचंद कौन है, तो पता चला कि रूपचंद कोई आदमी नहीं है, पैसे को ही ‘रूपचंद’ कहा जाता है। यही वजह है कि महिलाओं ने रूपचंद को अपना पति रही है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."