दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ: माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf Ahmed) की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश में सरकार ने पूरे राज्य में धारा 144 लगा दी थी। हर तरफ पुलिसबल का पहरा था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इस घटना के बाद ताबड़तोड़ मीटिंग करते हुए इसकी जांच के आदेश दे दिए। अपराधियों पर जीरो टोलरेंस की नीति अपनाने वाले सीएम योगी कुछ दिन तो इस घटना के बाद शांत रहे। यहां तक कि उनके आवास पर आने-जाने वालों पर भी रोक लगा दी गई। पर जैसे ही माहौल बदला सीएम योगी अतीक का बिना नाम लिए अब खुलकर हमला कर रहे हैं। बहुत संभव है कि सीएम योगी इसपर धीरे-धीरे खुलकर भी बोलें।
शामली से दे दिया है बड़ा संदेश
यूपी के शामली में निकाय चुनाव के प्रचार के दौरान सीएम योगी ने किसी का साफ-साफ नाम तो नहीं लिया लेकिन गर्मी शांत वाला बयान दिया है। खास बात ये है कि विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम योगी ने शामली में ही अपराधियों की गर्मी शांत करने वाला बयान दिया था। उनके इस बयान के बाद विपक्ष ने तो उनपर हमले तो किए लेकिन अपराध और अपराधियों पर उनकी सख्त छवि ने उन्हें दोबारा राज्य की सत्ता दिली दी। इस बार भी निकाय चुनाव में योगी ने गर्मी शांत करने वाला बयान देकर बड़ा दांव चल दिया है।
शामली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में माफियाओं की गर्मी शांत हो गई है। उन पर आंसू बहाने वाला भी कोई नहीं है। सीएम योगी के इस बयान को माफिया अतीक अहमद से जोड़ा जा रहा है। दरअसल, सीएम योगी को ये अच्छे से पता है जो उनकी और बीजेपी की यूएसपी उसके साथ ही चुनाव में उतरना चाहिए। अपराधियों के खिलाफ योगी की सख्त छवि और बुलडोजर वाले बाबा का तमगा उन्हें मिल चुका है। ऐसे में निकाय चुनाव में भी योगी ने वहीं दांव चला है और शुरुआत उसी शामली से की है, जहां वो पहले भी अपराधियों की गर्मी शांत करने वाला बयान दे चुके हैं।
वेट एंड वॉच के बाद आक्रामक हुए योगी
दरअसल, माफिया अतीक के मारे जाने के बाद यूपी में पुलिस ऐक्शन में आ गई थी। हर तरफ पुलिस की पहरेदारी कर दी गई थी। दरअसल, प्रशासन को ये डर था कि राज्य में उपद्रवी तत्व माहौल बिगाड़ने का प्रयास न कर दे। लेकिन प्रशासनिक सख्ती और राज्य सरकार के तुरंत एक्शन के बाद कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई। जब वेट एंड वॉच वाली स्थिति खत्म हुई तो सीएम योगी एक्टिव हुए। उन्होंने अतीक का बिना नाम लिए एक तीर से कई निशाना साध लिया। उन्होंने कहा कि युवाओं के हाथ में टेबलेट होना चाहिए तमंचा नहीं। यही नहीं, उन्होंने आगे भी अपनी सख्त छवि जारी रखने की अपराधियों को ताकीद भी कर दी है। उन्होंने कहा कि कहा कि शोहदो के आतंक पर काबू हो चुका है और अब व्यापारियों से कोई रंगदारी नहीं मांगता है। अब गुंडा टैक्स वसूलने वालों की गर्मी शांत हो गई है।
योगी के फ्रंट फुट पर खेलने का कारण समझिए
योगी ने शामली में विपक्षी नेता अखिलेश यादव को भी घेर लिया। उन्होंने कहा कि आज नो कर्फ्यू, नो दंगा, सब चंगा है। कांवड़ यात्रा निकल रही है। इसके बाद उन्होंने बिना नाम लिया अखिलेश पर निशाना साध लिया। उन्होंने कहा कि एक कर्फ्यू लगाने वाले भी आए होंगे या आएंगे। आपका वोट मांगेंगे। उनकी बातों पर आप विश्वास मत करना। सीएम योगी को ये अच्छे से पता है कि राज्य की जनता को उनकी सख्त छवि पसंद है। अखिलेश यादव का बिना नाम लिए उनके राज में लगे कर्फ्यू का जिक्र कर योगी ने ये जता दिया कि वो यहां रुकने वाले नहीं है।
गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और शूटर गुड्डू मुस्लिम अभी भी फरार हैं। इस मामले में शामिल अतीक का बेटा असद पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है। इस बीच एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश ने कहा है कि शाइस्ता और गुड्डू को भी जल्द पकड़ा जाएगा।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."