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27 December 2024 2:35 am

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प्रकृति को विनाश की ओर धकेल रहे बालू खनन माफिया को कब काबू में कर पाएगी योगी सरकार ?

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

जालौन गरौठा भोगनीपुर में बेतवा नदी पर अवैध बालू खनन पर उच्च न्यायालय और एनजीटी। रोक लगा रखी है। इसके बावजूद अवैध अवैध जारी है। जून 2015 को उच्च न्यायालय और एन.जी.टी. पर्यावरण को दृष्टिगत रखते हुए झांसी, जालौन और हमीरपुर के फ्लैट क्षेत्रों में बहती बेतवा नदी में बालू जाम पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद जनपद जालौन के मुख्यालय से 20-25 किलोमीटर दूर वंधौली, गुढा, सिमिरिया, मुहाना आदि ऐसे गांव हैं, जहां मोरंग हजारों ट्रक ओवर लोड ट्रक द्वारा रोजाना किया जा रहा है, जिससे राजस्व की भारी क्षति हो रही है क्योंकि यह अवैध है खनन का पूरा पैसा घूस में माफिया माफिया और उसके दफ्तरों के अधिकारियों की जेब में जा रहा है।

बालू से लदे ट्रक ओवर लोड होते हैं, जिसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग बुरी तरह से हर तरह से खराब हो जाता है, जिसके कारण इस मार्ग पर आने वाले दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। पर्यावरण जीवधारी को भी ऐसा लगता है कि यदि खनन की यही गति हो रही है तो बेतवा नदी का अस्तित्व निश्चित रूप से डैमेज हो जाएगा और बालू खनन से इन नदियों के पास रह रहे हैं तो दमा जैसी बीमारियों का शिकार हो रहा है। पर्यावरण के इस दोहन के कारण ही नदी के आसपास के क्षेत्रों में गर्मियों में जल स्तर न्यूनतम हो जाएगा जिससे क्षेत्र के निवासी निकट भविष्य में प्रियांज और सिंचाई की समस्या का सामना करेंगे। अगर ऐसा होता है तो निश्चित रूप से अवैध खनन की इस हानि की निकट भविष्य में संभावना असंभव हो जाएगी।

जनपद हमीरपुर में बालू खनन माफिया लगातार सक्रिय हो जाने से बालू खनन का कारोबार जोरों पर चल रहा है।

हम आपको बताते चलें कि क्षेत्रीय बाहुबली खनन माफिया बलवंत सिंह उर्फ गुड्डू परिहार निबादा के संरक्षण में चल रही खदान 30-33 नम्बर बेतवा नदी से वर्मा नदी पर स्थित अवैध पुल बनाकर सैकड़ों ओवरलोडिंग गाड़ियां निरंतर निकल रही जिससे छानी भूजपुर मार्ग क्षत्रि ग्रस्त होने के कारण स्कूली बच्चों का निकलना दूभर हो गया। साथ ही ग्रामीण इलाकों में खनन माफियाओं ने दहशत का माहौल बना रखा है। 

लेकिन जिला प्रशासन है कि कार्रवाई के नाम पर गाहे-बगाहे खानापूर्ति कर निश्चिंत हो जाया करती है।

थाना ललपुरा क्षेत्र के अंतर्गत 22 नम्बर खदान से भी धड़ल्ले से बालू खनन की अवैध रूप से ओवरलोडिंग गाड़ियों को निकाला जा रहा है। इस घटनाक्रम  में लगातार पुलिस प्रशासन के द्वारा क्षेत्रीय दबंग बालू खनन माफियाओं पर मेहरबान नजर आ रहा है। जबकि योगी आदित्यनाथ भले ही खनन माफियाओं एवं भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रही हो लेकिन योगी सरकार की पुलिस प्रशासन की विफलता हर जगह देखने को मिल रही।

यही हाल – जिला जालौन में देखा गया। थाना कदौरा क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत चतेला निवासी दबंग मेहर उद्दीन उर्फ बाबा बड़ागांव में लगातार अवैध रूप से बालू खदान चला रहा है। लगातार ओवरलोडिंग गाड़ियों को नवनिर्मित सरकारी बना आरसीसी रोड पर दबंगई के बल पर निकालते देखा गया जिससे ग्रामीणों के द्वारा विरोध प्रदर्शन भी किया गया लेकिन बड़ागांव प्रधान लाखन सिंह धोबी के द्वारा मेहर उद्दीन और बाबा के द्वारा रुपए देते हुए प्रधान ने चुप्पी साध ली जिसके कारण क्षेत्रीय लोगों को चुप करा दिया गया। साथ ही पुलिस प्रशासन भी किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहा।

यही हाल हेमनपूराघाट पर 4 नंबर खदान जो अनिल दिक्षित के द्वारा चलाई जा रही है जिसे डीके यादव के द्वारा लगातार संचालन किया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ जिला जालौन का पुलिस प्रशासन भी सवालिया निशान खड़े करता है। आखिर खनन माफियाओं के खिलाफ पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने से क्यों डर रहा? जबकि मुख्यमंत्री योगी सरकार द्वारा हर जिले के जिला अधिकारियों निर्देश देने के बावजूद भू माफियाओं खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने से क्यों बच रही है?

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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