अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
प्रयागराज: माफिया डॉन अतीक अहमद (Atique Ahmad Murder) को तीन शूटर्स ने 15 अप्रैल को प्रयागराज में एक अस्पताल के सामने मार डाला। अतीक और अशरफ को अगले दिन दफन किया गया। पूरे समय चर्चा रही कि अतीक की पत्नी शाइस्ता (shaista parveen news) पति को आखिरी बार देखने आएगी लेकिन वह नहीं आई। उससे एक दिन पहले जब बेटे असद को सुपुर्द ए खाक किया जा रहा था तब भी शाइस्ता नहीं पहुंची। एक झटके में अतीक का पूरा कुनबा लगभग मिट्टी में ही मिल गया। उस समय चर्चा हो रही थी कि उस औरत का श्राप पूरा हुआ जिसने कभी कहा था कि अतीक और उसके गुर्गों ने मेरे पति का जो हाल किया है एक दिन भगवान उनका भी यही हाल करेगा। यह श्राप दिया था बसपा विधायक राजू पाल की पत्नी पूजा पाल (Pooja Pal) ने।
मीडिया ने राजू पाल की पत्नी और सपा विधायक पूजा पाल से इस श्राप की चर्चा करते हुए पूछा कि क्या उन्हें न्याय मिला। इस पर पूजा पाल ने कहा, पूजा पाल विधायक के रूप में जवाब नहीं दे सकती इस बात का, लेकिन 2005 में जो पीड़िता पूजा पाल थी, जो 9 दिन की ब्याहता थी जो आखिरी समय पर भी अपने पति का मुंह आसानी से नहीं देख पाई… ऐसी प्रताड़ित महिला और क्या जवाब देगी।
‘आज शाइस्ता को दर्द समझ आया होगा’
जब आदमी इंसान से बिछड़ता है, तो उसकी पीड़ा वही समझ सकता है..जिससे बिछड़ता है, जिसकी चीजें खोती हैं… आज अतीक की पत्नी शाइस्ता इस दर्द को मेरे लिए बहुत अच्छी तरह से समझ पा रही होंगीं। आज वह समझ पा रही होंगी कि मैं क्यों लड़ी। क्योंकि महिला महिला ही होती है चाहे वह किसी की हो, जब इस तरह की वारदात होती है तो वह अंदर से कितना झकझोर कर रख देती है। खासकर जिसके परिवार में कोई पुरुष सदस्य न रह गया हो।’
ऐसे किया था राजू पाल का मर्डर
पूजा पाल के पति राजू पाल का मर्डर 25 जनवरी 2005 को अतीक अहमद के गुर्गों और अशरफ ने कर दिया था। वे इस बात से नाराज थे कि राजू पाल ने विधानसभा चुनाव में अशरफ को हरा दिया था। जीत के बाद 16 जनवरी को राजू पाल की शादी हुई थी। बसपा विधायक राजू पाल 15 जनवरी 2005 को किसी परिचित से मिलकर अस्पताल से लौट रहे थे। दोपहर करीब 3 बजे कार सवार बदमाशों ने उनकी कार को घेरकर फायरिंग कर दी। दो दर्जन लोगों ने राजू पाल के शरीर को छलनी कर दिया।
अस्पताल में घुसकर फिर मारी गोलियां
राजू पाल को मरा जानकर वे भाग गए। इधर गंभीर रूप से घायल राजू पाल को उनके साथी टैंपों में डालकर अस्पताल ले गए। जब अतीक और अशरफ को पता चला कि राजू पाल अभी जिंदा है तो उन्होंने करीब 5 किलोमीटर तक टैंपो का पीछा किया और अस्पताल में घुसकर राजू पाल पर गोलियां बरसा दीं। उस समय प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी। अतीक अहमद सपा से ही सांसद था। इस दिल दहलाने वाली वारदात के बाद ही बताया जाता है कि पूजा पाल ने यह श्राप दिया था।
Author: samachar
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