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November 23, 2024 6:56 am

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जानिए अब कितना सख्त है जेल प्रशास माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर 

13 पाठकों ने अब तक पढा

कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

पूर्वांचल के माफिया सरगना मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) पिछले 34 महीने से बांदा जेल में बंद है। इस दौरान मुख्तार विधायक भी रहे। तब मुख्तार की सुरक्षा को लेकर इतना हो-हल्ला नहीं हुआ जितना अब हो रहा है। जेल पर अब पहरा और कड़ा कर दिया गया है। जेल में बंद अन्य बंदियों का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है।

पहले सुरक्षा के लेकर कोई हौव्वा नहीं था

बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को पहली बार 30 मार्च 2017 से 21 जनवरी 2020 तक जेल में रखा गया था। इस दौरान कई बार मुकदमे की पेशियों में ले जाया गया, लेकिन सुरक्षा के नाम पर पुलिस बज्र वाहन के साथ छोटे चार पहिया वाहन आते जाते रहे। तब भी प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी की सरकार थी। इसके बाद उन्हें पंजाब ले जाया गया और पंजाब से फिर बांदा लाया गया, तब भी सुरक्षा को लेकर कोई हौव्वा नहीं था। इस बीच चित्रकूट जेल में मुख्तार अंसारी के बेटे से बहू की गुपचुप मुलाकात से बवाल हो गया। इस घटना की आंच बांदा जेल तक पहुंच गई। इसी दौरान जांच के मामले में जेल अधीक्षक रहे अविनाश गौतम की सुरक्षा को लेकर लापरवाही उजागर हुई, जिससे उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके बाद मुख्तार अंसारी का सुरक्षा घेरा और तगड़ा कर दिया गया है।

जमानत के बाद रिहा हो गए बंदियों का जुटा रहें हैं ब्योरा

अब जेल का कोई भी बंदी मुख्तार की बैरक तक नहीं फटक सकता। मुख्तार की बैरक के आसपास अन्य बंदियों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी गई है। इस बीच 1 माह के दौरान जेल में रहे और जमानत के बाद रिहा हो गए, ऐसे बंदियों की भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। इसी तरह पिछले एक हफ्ते में जेल आए नए बंदियों की भी खुफिया जानकारी हासिल की जा रही है। इतना ही नहीं जेल अधीक्षक अविनाश गौतम के निलंबन के बाद उन बिंदुओं पर भी गौर किया जा रहा है जो उनके कार्यकाल से जुड़ा है। मसलन अधीक्षक के कार्यकाल में कब कब किसने और कितनी मुलाकात की, यह ब्यौरा जूटाया रहा है। हालांकि अब तक मिली जानकारी के अनुसार जेल अधीक्षक के कार्यकाल में मुख्तार अंसारी से 4 बार उनके अधिवक्ताओं से मुलाकात हुई है।

चारदीवारी में कैद बंदियों का ब्यौरा भी खंगाला

मुख्तार के बैरक के पास सुरक्षा में दो डिप्टी जेलर व 8 बंदी रक्षक हर समय मौजूद रहते हैं। कोई भी बाहरी सामान यदि मुख्तार तक जाता है तो उस पर न केवल कैमरे की नजर है बल्कि सुरक्षाकर्मियों की भी निगाह रहती है। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस समय जेल की चारदीवारी में कैद मौजूदा बंदियों का ब्यौरा भी खंगाला जा रहा है। ताकि यह पता लगाया जा सके कि मुख्तार गैंग का कोई सदस्य जेल में बंदी के रूप में मौजूद तो नहीं है। साथ ही मुख्तार अंसारी के जेल आने वाले समय से लेकर अब तक जितने की बंदी जेल पहुंचे हैं उनका ब्यौरा भी तलब किया गया है।

जानकारी देने से बच रहें हैं जेल अधिकारी

इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से जेल के अधिकारी बच रहे हैं। इस संबंध में जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल में शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही सभी कार्य प्राथमिकता से कराए जा रहे हैं। हाई सिक्योरिटी बैरिक से लेकर अन्य सामान्य बैरकों के पास भी सुरक्षा व्यवस्था आठ 8 घंटे में बदली जा रही है। सभी बैरकों से लेकर अन्य स्थानों की सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है।

मुख्तार अंसारी जब से बांदा जेल में आया है तब से वह सुर्खियों में है। यहां लगे 42 सीसीटीवी कैमरा समेत बॉडी वार्मरकैमरों से लैस बंदी रक्षक निगरानी में जुटे हैं। उसके बाद भी सुरक्षा को लेकर शोर-शराबा जारी है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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