प्रमोद यादव की रिपोर्ट
लखनऊ – नगर पंचायत बंथरा क्षेत्र के अंतर्गत प्रापर्टी डीलरो के हवाले राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बेस कीमती जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा कराया जा रहा है।
आज उत्तर प्रदेश में योगी सरकार लाख वादें भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की बात कर रही हों लेकिन राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी जी भ्रष्टाचार रोकने में कामयाब नहीं है।
आज राजधानी लखनऊ में नौ तहसील है। लेकिन एक तहसील सरोजिनी नगर की बात की जा रही है। सरोजिनी नगर में उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ साहब एवं तहसीलदार मीनाक्षी मैडम के नेतृत्व में खुलकर क्षेत्र में सरकारी भूमियों पर स्थित अवैध कब्जे प्रापर्टी डीलरो को कराया जा रहा है लेकिन शिकायत करने पर भी न लेखपाल सुनता है न कानूनगो अनिल ओझा सुनता है न तहसीलदार मीनाक्षी मैडम पर कोई असर होता है।
विगत दिनों तहसीलदार मीनाक्षी को लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी कि लेखपाल धर्मेंद्र कुमार के द्वारा कई जगह सरकारी भूमि पर कब्जा कराया जा रहा है। लेकिन SDM सिद्धार्थ जी द्वारा फोन पर लेखपाल धर्मेंद्र कुमार से बात की और निर्माण कार्य रूकवाने की बात कह कर पत्रकारों से कह दिया कि निर्माण कार्य रुकवा दिया जाएगा लेकिन निमार्ण कार्य नहीं रुका और विल्डिंग बनाकर खड़ी करा दी गई।
बंथरा कस्बे में सरकारी चकरोड पर लेखपाल धर्मेंद्र कुमार के द्वारा प्रापर्टी डीलरो के द्वारा कब्जा कराया गया जिसकी शिकायत पीड़ित किसानों ने लिखित तहरीर तहसीलदार मीनाक्षी मैडम को दिनांक 27/02/2023 को दी, लेकिन कानूनगो अनिल ओझा द्वारा दिनांक 07/04/2023 होने के पश्चात भी कानूनगो अनिल ओझा सरोजिनी नगर तहसील से नदारद हैं। साथ ही लेखपाल धर्मेंद्र कुमार के द्वारा नगर पंचायत बंथरा कस्बे में करोड़ों रुपए की वेस किमती भूमि गाटा संख्या 1739 एवं 1734 पर अवैध रूप प्रापर्टी डीलरो के हवाले कर दी गई। आज उस भूमि को प्रापर्टी डीलर 4000 हजार रुपए स्क्वायर फीट बैच रहें हैं।
उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ जी सरोजिनी नगर एवं तहसीलदार मीनाक्षी मेडम के नेतृत्व में लेखपालों का तांडव देखा जा सकता है। क्या यही योगी सरकार का भ्रष्टाचार मुक्त शासन है?
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."