कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश में 12वीं की एक छात्रा ने कई महीनों के शोषण से तंग आकर जहर खा लिया। मुरादाबाद में अपनी आखिरी सांसें लेने से पहले लिखे सुइसाइड नोट में छात्रा ने परेशान करने वाले युवकों पर अपनी जिंदगी को नर्क बनाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़ा करते हुए कई बार निवेदन के बावजूद ऐक्शन नहीं लेने का आरोप भी लगाया।
मुरादाबाद की निवासी छात्रा ने सुइसाइड नोट में बताया कि उसने स्कूल जाना बंद कर दिया था। इससे पढ़ाई चौपट हो गई। परेशान करने वाले युवक अमीर घरों के थे, इसलिए पुलिस ने ऐक्शन नहीं लिया। पीड़ित परिवार ने कहा कि आपराधिक धमकी और रेप के प्रयास का केस दर्ज कराया गया था लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया।
मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि आरोपियों का घर पीड़ित लड़की के घर के पास ही है। लड़की के परिवार की तरफ से शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद एक आरोपी को हिरासत में लिया गया और फिर छोड़ दिया गया। सुइसाइड नोट में लड़की ने आरोपी लड़कों के साथ ही सब इंस्पेक्टर सचिन मलिक को भी जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने बताया कि शिकायत के बावजूद लड़की का बयान नहीं दर्ज करने वाले पुलिस चौकी इन्चार्ज सचिन मलिक को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने मामले में उचित कार्यवाही नहीं की। हमने सुइसाइड नोट के आधार पर दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। दो की तलाश अभी जारी है। इस मामले की जांच एसपी ग्रामीण संदीप मीणा करेंगे।
मृत लड़की के पिता ने बताया कि मेरी बेटी पढ़ाई में होनहार थी। हमें उसके साथ ही अपने भविष्य को लेकर भी बहुत उम्मीदें थी। लेकिन छेड़खानी और परेशान किए जाने की वजह से उसकी पढ़ाई डिस्टर्ब हुई। हाल ही में होली के दिन एक आरोपी घर में घुस आया और बदतमीजी की। हमने एसपी ऑफिस, कुंदारकी पुलिस स्टेशन और सर्किल ऑफिसर के दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन कोई ऐक्शन नहीं लिया गया।
Author: samachar
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