आरती शर्मा की रिपोर्ट
उसने लूट के पैसों से बना ली थी एक बदमाश कंपनी। जिसमें शामिल थे 6 लड़के और 10 लड़कियां। नोएडा का सेक्टर 63 इलाका जहां से ये गैंग चला रहा था अपना काला धंधा। नोएडा पुलिस की खबर मिली थी कि इस इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है जिसका काम है लोगों से ठगी करना। चूरण बेचने के नाम पर ये लोगों को मुर्ख बना रहे थे और उनसे उनकी मेहनत की कमाई को लूट रहे थे।
चूरण बेचकर लोगों से ठगी
इस गैंग का मास्टर माइंड है विकास जो पहले एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करता था। विकास ने पहले अपने भाई और दो और लड़कों की मदद से ये फर्जीवाड़ा शुरू किया। इन लोगों ने सेक्टर 63 में एक ऑफिस लिया और उस ऑफिस में पंचकर्म आयुर्वेद प्रोसेस केयर के नाम से नकली चूरण बेचने लगे। ये लोबेहद सस्ते दामों में बाजार से नकली चूरण उठाकर लाते और फिर इस कंपनी के डिब्बों में उन्हें हजारों रुपये में बेचते। ये इस चूरण यहां ऑनलॉइन सप्लाई भी करते।
नौकरी का झांसा देकर बनाए लाखों
नकली चूरण के काम से विकास को अच्छी कमाई होने लगी थी, लेकिन इसका लालच यहां भी नहीं रुका। विकास और उसके गैंग के पास अब कई ग्राहक बन चुके थे। इनके पास लोगों के फोन नंबर और डाटा मौजूद थे। इसके बाद इसने शुरू किया लोगों को नौकरी देने का झांसा देकर लूटने का काम। विकास ने यहां एक कॉल सेंटर शुरू किया। दस लड़कियों को नौकरी में रखा। अब इनका काम था लोगों को फोन करके उन्हें नौकरी के नाम पर पैसे ऐंठना।
6 ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस तरह इस बदमाश कंपनी ने कई लोगों को अपने झांसे में लेकर लाखों रुपये कमाए। लोग नौकरी के चक्कर में इस कॉल सेंटर में आने लगे और हजारों रुपये की पेमेंट भी करने लगे। इसी दौरान पुलिस को इस कॉल सेंटर के फर्जीवाड़े की सूचना मिली।
नोएडा पुलिस ने तुरंत कारर्वाई करते हुए यहां के 6 ठगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें विकास के अलावा उसका भाई पुनीत, दोस्त देवांश सक्सेना, हर्षित श्रीवास्तव, नीतिश कुमार और शैलेन्द्र शामिल हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."