दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर: शादी को सात जन्मों का बंधन कहा जाता है, लेकिन कानपुर महानगर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां एक शादी 7 घंटे भी ना चल पाई इसकी वजह है दूरी। जी हां, ससुराल ज्यादा दूर होने की वजह से दुल्हन ने सात जन्मों के साथ को 7 घंटे में ही छोड़ दिया।
राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले रवि की शादी बनारस की वैष्णवी से तय हुई थी। दोनों की कोर्ट मैरिज हुई थी। रवि राजस्थान से बनारस अपने कुछ परिजनों के साथ पहुंचे थे जहां पर वैष्णवी के परिजनों के साथ जाकर उन्होंने कोर्ट में शादी की थी। जिसके बाद वैष्णवी को लेकर वह वापस राजस्थान जा रहे थे। करीब 7 घंटे की दूरी तय करने के बाद कानपुर के सरसौल में उन्होंने चाय नाश्ता करने के लिए अपनी गाड़ी रुकवाई। इस दौरान वैष्णवी गाड़ी से उतरी और थकान की बात कहकर आस-पास टहलने लगी।
सात जन्मों का सफर सिर्फ 7 घंटे ही मिला साथ
इसी दौरान हाइवे किनारे खड़ी पीआरडी के पास दौड़कर वह पहुंच गई और कार सवारों द्वारा जबरन उसे ले जाने की शिकायत उनसे कर दी। जिसके बाद पीआरबी सभी को थाने ले आई जहां पर रवि ने कोर्ट के डॉक्यूमेंट दिखाएं और बताया कि उसकी शादी वैष्णवी के साथ हुई है। तब जाकर पुलिस कोई स्थिति के बारे में पता चल सका। वहीं वैष्णवी के परिजनों से बात करने के बाद उसे भेज दिया गया है और रवि बिना दुल्हन लिए अपनी बारात वापस लेकर पहुंच गया है।
एसीपी चकेरी अमरनाथ यादव ने बताया कि पीआरवी कर्मी के पास दुल्हन रोते हुए पहुंची थी। जिसके बाद उन्होंने फौरन महाराजपुर थाने में इसकी सूचना दी। जिसके बाद दुल्हन के परिजनों से बात की गई। जहां उनके परिजनों ने शादी की बात बताई लेकिन दुल्हन का कहना था कि उसे वापस वाराणसी जाना है। जिसके बाद उसे एक सब इंस्पेक्टर और एक महिला पुलिसकर्मी के साथ वापस भेज दिया गया है।
Author: samachar
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