चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और आंधी ने फसलों का काफी नुकसान किया है। हालांकि, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार और गुरुवार को मौसम साफ रहेगा लेकिन शुक्रवार को प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश के आसार हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मौसम ने फिर से करवट ली है। मंगलवार की बारिश के बाद बुधवार को राजधानी लखनऊ में सुबह मौसम साफ रहा। तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। बारिश की वजह से मौसम में थोड़ी सर्दी बनी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार और गुरुवार को तो मौसम साफ रहेगा लेकिन शुक्रवार को एक बार फिर से प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है।
बता दें कि इससे पहले राजधानी लखनऊ के मौसम ने मंगलवार को फिर करवट बदली। काले बादल घिरने के कारण दिन में 3 बजे अंधेरा छा गया। थोड़ी ही देर में आंधी और तेज बारिश शुरू हो गई। तेज हवाओं और बारिश के कारण पारा गिरने से लोगों को ठंड का अहसास हुआ। मौसम ठंडा होने के कारण रात को कई लोग ऊनी कपड़े पहने देखे गए। शहर के बाहरी इलाकों निगोहां, माल और बीकेटी में ओले भी गिरे। प्रदेश में सबसे ज्यादा 63 मिमी बारिश बरेली में दर्ज की गई। इसके अलावा बिजनौर में 49 मिमी और बागपत में 32 मिमी बारिश रेकॉर्ड हुई।
लखनऊ के डीएम ने दोपहर 3:30 बजे ट्वीट किया कि तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी के पूर्वानुमान के कारण जनपद के लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है। कुछ देर बाद ही तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश और आंधी के कारण लखनऊ में 200 से ज्यादा पेड़ों की टहनियां टूट कर गिर गई, कई साइनबोर्ड फट गए। नालियां चोक होने से कई जगह जलभराव की स्थित बन गई।
हालांकि गर्मी से राहत मिलने के कारण शाम को गोमतीनगर के मरीन ड्राइव, रिवर फ्रंट और पुराने लखनऊ के इमामबाड़े, नीबू पार्क, हाथी पार्क व घंटाघर वाले इलाकों में घूमने वालों की भीड़ भी देखी गई। सड़कों पर भीड़ उमड़ने और जलभराव के कारण ऑफिस से लौटने वालों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ा। पेड़ गिरने के कारण कई जगह तार भी टूट गए, जिससे बिजली सप्लाई बाधित हुई। आंचलिक मौसम विज्ञान के मुताबिक पिछले 24 घंटों का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 5 डिग्री कम है हालांकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
24 को फिर बारिश की उम्मीद
मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एम.दानिश के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार देर शाम तक समाप्त होकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल रहा है। इस दौरान अवध क्षेत्र व पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। 23 मार्च तक मौसम साफ रहेगा, लेकिन 24 से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। पहाड़ों से आने वाली तेज हवा से शुक्रवार से प्रदेश में कुछ जगहों पर हल्की-फुल्की बरसात की उम्मीद है।
4 जिलों में फसलों को 33% से ज्यादा नुकसान
ओलावृष्टि से यूपी के सात और जिलों में फसलों को नुकसान हुआ है। इनमें हमीरपुर, ललितपुर, प्रयागराज और वाराणसी के कुछ हिस्सों में फसलों को 33 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हुआ है। राहत आयुक्त प्रभु एन सिंह ने बताया कि इन जिलों के किसानों को जल्द ही राहत की रकम भेज दी जाएगी। इसके अलावा मिर्जापुर, सोनभद्र और महोबा में भी ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है, लेकिन यह 33 प्रतिशत से कम है।
गिर गया आम का बौर
यूपी कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) के वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार तिवारी का कहना है कि सरसों की फसल की कटाई चल रही है या खेतों में कटी हुई रखी है। ऐसे में सरसों के किसानों को भारी नुकसान है। लखनऊ के माल और मलिहाबाद सहित अन्य जिलों में ओले पड़ने से आम बौर और छोटी अमिया गिर गईं।
Author: samachar
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