दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुरः यूपी के कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार को फर्जी आधार कार्ड मामले में विधायक समेत अन्य आरोपियों पर आरोप तय होने थे। इसके साथ ही आगजनी मामले में गवाहों के बयान दर्ज होने थे। इरफान सोलंकी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट पेशी के लिए लाया गया था। इरफान और उनके भाई रिजवान समेत अन्य आरोपियों को एमपीएमएलए कोर्ट (MP MLA Court) में पेश किया गया। आगजनी मामले में एफआईआर लिखने वाले के बयान दर्ज किए गए हैं। कोर्ट से बाहर निकल कर इरफान ने पुलिस पर अपना गुस्सा निकाला, वहीं उनकी पत्नी रो पड़ीं।
कोर्ट से बाहर निकल कर विधायक इरफान सोलंकी बोले, ‘जब तक मेरा ऊपर वाला है, मेरे साथ इंसाफ होगा।’ मीडिया से बात करते हुए इरफान सोलंकी पुलिसकर्मियों पर भड़क गए। गुस्साए विधायक ने पुलिस के खिलाफ बोलते हुए कहा, ‘तुम लोग धक्का क्यों मारते हो।’ इरफान ने प्रेस से पूछा, तुम लोग इनके खिलाफ खबर क्यों नहीं चलाते हो, धक्का क्यों मारते रहते हैं पुलिस वाले।’
पुलिस कर्मियों पर भड़के इरफान सोलंकी
इरफान ने पूछा, ‘हम विधायक हैं या फिर आतंकवादी हैं। हमेशा धक्का मारते रहते हैं, कभी गला पकड़ लेते हैं। पुलिस वाले बदतमीजी करते रहते हैं, इनके खिलाफ क्यों नहीं खबर चलाते हो। हम आदमी हैं या फिर जानवर हैं। बंदर और गधे हो गए हैं। इनको हमसे इस्तीफा लेना है ले लें, मुझे क्यों परेशान कर रहे हैं। ये कल इस्तीफा लेना चाहें तो आज और अभी ले लें।’
इरफान की पत्नी का फूटा दर्द
विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीमा सोलंकी कोर्ट के बाहर रो पड़ीं। उन्होंने कहा, ‘हमें और हमारे बच्चों को इरफान से मिलने नहीं दिया जा रहा है। महाराजगंज जेल गए तो वहां पर एक महीन सी जाली के बीच हमारी कुछ क्षण की मुलाकात कराई गई। आज पेशी के दौरान भी हमें पति से मिलने नहीं दिया गया, हम लोग कहां जाएं।’
मेरा परिवार कहां जाए
नसीमा ने पूछा, योगी जी को हमारी परेशानी नहीं दिखती है। एक महिला ने आरोप लगाया आप ने यकीन कर लिया। हम लोग कहीं से भी गुनहगार नहीं है। सभी मुकदमे झूठे हैं, किसी भी मुकदमें सच्चाई नहीं है।’ नसीमा सोलंकी ने रोते हुए कहा कि बच्चों के बोर्ड के एग्जाम चल रहे हैं। हम लोग कोर्ट आएं या बच्चों के पेपर दिलाएं।
फर्जी आधार कार्ड मामले में आरोपी इरफान सोलंकी, इरफान के साले अनवर और अख्तर लियाकत मंसूरी, सपा नेत्री नूरी शौकत, नूरी का भाई अशरफ अली, ड्राइवर अम्मार इलाही समेत अन्य आरोपियों पर एमपीएमएलए लोअर कोर्ट में आरोप तय होने थे। लेकिन कोर्ट ने अब 25 मार्च की तारीख दी है। कोर्ट में सुनवाई के दौरान पूरे परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पुलिस फोर्स के साथ ही पीएसी को भी तैनात किया गया था।
सपा विधायक इरफान सोलंकी के वकील गौरव दीक्षित के मुताबिक आगजनी के मामले में शुक्रवार को गवाही शुरू हो गई है। जिसमें एफआईआर लेखक का बयान हुआ है। इसके बाद उस पर दूसरे पक्ष ने सवाल पूछे। बाकी के सभी दूसरे मामलों में भी तारीखें मिली हैं। फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा मामले में 25 मार्च की तारीख मिली है। जाजमऊ आगजनी मामले में 20 मार्च की डेट पड़ी है, बाकी के अन्य मामले में 29 मार्च की डेट मिली है।
Author: samachar
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