आनंद शर्मा की रिपोर्ट
जयपुर: राजस्थान में शादी का सीजन चल रहा है। लेकिन इसी बीच दूल्हों को लेकर एक अजीबोगरीब मामला समाने आया है। सामूहिक विवाह समारोहों का आयोजन करने वाली एक समिति ने एक फैसला सुनाया है। इसके तहत शादी समारोह में उन्हीं कुंवारों को यानी दूल्हों को शामिल होने का मौका मिलेगा जो क्लीन शेव हैं। यादी शादी से पहले दाढ़ी साफ करनी होगी। लंबी दाढ़ी वाले को मंडप से वापस लौटा दिया जाएगा। ऐसे में फैशनपरस्त युवाओं को शादी से जुड़ी नई टेंशन होने लगी है। एक तो शादी के लिए रिश्ता बमुश्किल मिला है और यदि अब 30 मार्च को होने जा रही शादी में दाढ़ी साफ नहीं करवाई तो दूल्हा बनकर भी बैरंग लौटना पड़ सकता है।
गोविंदगढ़ की विवाह समिति ने जारी किया आदेश
यह फैसला गोविंदगढ़ की एक संस्था (श्री क्षत्रिय कुमावत सामूहिक विवाह समिति) की ओर से लिया गया है। समिति की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है। इसके बाद अब 30 मार्च को होने जा रहे सामूहिक विवाह समारोह में इसका पालन जरूरी कर दिया गया है। यानी शादी में सिर्फ क्लीन शेव दूल्हों को ही शामिल होने दिया जाएगा।
शादी समारोह में क्लीन शेव दूल्हे की ही एंट्री
शादी को लेकर श्री क्षत्रिय कुमावत सामूहिक विवाह समिति के सभी सदस्यों ने सहमति दी है। इसके बाद ही आदेश जारी किया गया है। इस आदेश के अनुसर अब विवाह समारोह में केवल क्लीन शेव दूल्हे को आने की अनुमति दी गई है। आयोजकों ने इसके पीछे भारतीय सनातन की परम्पराओं का हवाला दिया है। उनका कहना है कि हिंदू विवाह संस्कार में शास्त्रोक्त विधि विधान से शादी सम्पन्न कराई जाती है। लेकिन फैशन के इस दौर में लोग अपने रीति रिवाज छोड़ भेड़चाल में दाढ़ी बढ़ाकर खुद को आधुनिक मानने लगे हैं। ऐसे युवाओं को ही यह संदेश देने की कोशिश है कि जब पौराणिक विधि विधान से शादी होगी तो उसी के अनुसार परम्पराओं का पालन भी करना होगा।
Author: samachar
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