अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
माफिया डॉन अतीक अहमद (Atique Ahmad) की पत्ती शाइस्ता परवीन पर प्रयागराज पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया है। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के बाद से ही शाइस्ता परवीन फरार चल रही हैं। अब उनके खिलाफ भी पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है। उमेश पाल हत्याकांड से 5 दिन पहले का एक सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) सामने आया है, जिसमें एक शार्प शूटर साबिर शाइस्ता से मिल रहा है। पुलिस को आशंका है कि अतीक अहमद की पत्नी भी वारदात में शामिल हैं।
सीसीटीवी फुटेज के सामने आने के बाद पुलिस ने एक्शन शुरू कर दिया है। सीसीटीवी फुटेज 19 फरवरी का है। इस फुटेज के अनुसार रात 8 बजकर 57 मिनट शाइस्ता परवीन अतीक के शार्प शूटर बल्ली के घर पहुंची थी। इसके बाद रात 10 बजकर 20 मिनट पर वह बाहर निकलते हुए दिखाई दे रही है। यानी शाइस्ता परवीन बल्ली शूटर के घर पर 1 घंटा 23 मिनट तक रुकी थीं। सीसीटीवी फुटेज में शाइस्ता के साथ शार्प शूटर साबिर भी मौजूद था। साबित उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी है और उस पर ढाई लाख का इनाम घोषित है।
फिलहाल शाइस्ता फरार है लेकिन बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ के दो सदस्यों राशिद और फुरकान को बरेली एसआईटी और बिथरी चैनपुर पुलिस ने शुक्रवार (10 मार्च) को गिरफ्तार कर लिया था। ये दोनों अतीक अहमद के पूर्व विधायक भाई अशरफ से जेल में बिना पर्ची या आईडी के मिलते थे।पूछताछ में पता चला कि जेल के गेट से अंदर तक उन्हें कोई नहीं रोकता था। इससे पहले सात मार्च को पुलिस ने बरेली जेल के सिपाही शिवहरि और उसके मददगार दयाराम उर्फ नन्हे को संबंधित मामले में गिरफ्तार किया था।
कांस्टेबल अशरफ के गिरोह के सदस्यों को बिना पर्ची या किसी अन्य औपचारिकता के उससे मिलने में मदद करता था। वहीं अशरफ ने बरेली जेल से एक व्हाट्सएप कॉल भी की थी, जिसकी जानकारी प्रयागराज में पकड़े गए आरोपी के मोबाइल से मिली थी। दोनों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि बरेली जेल में बंद अतीक का भाई अशरफ सप्ताह में कम से कम तीन बार अपने गिरोह के सदस्यों से मिलने आता था। एक मीटिंग करीब 2 घंटे तक चलती थी। बाकी फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं।
प्रयागराज पुलिस ने एक स्थानीय अदालत को सूचित किया था कि जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटों को 2 मार्च को बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया था। वे कथित तौर पर शहर के चकिया कसारी मसारी इलाके में पाए गए थे। इसके बाद अतीक की पत्नी ने कोर्ट में वकील के माध्यम से प्रयागराज की एक अदालत में दायर एक आवेदन में कहा कि जब उसके परिचितों ने उनकी तलाश की तो बच्चे संरक्षण गृह में नहीं मिले।
Author: samachar
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