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November 1, 2024 8:12 pm

तीन मौत से दहली दिल्ली : शख्स ने पहले अपनी पत्नी को मौत के घाट उतारा, उसके 5 साल और 3 महीने के बेटे की ले ली जान, वीडियो ?

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किरण कश्मीरी की रिपोर्ट 

नई दिल्ली: द्वारका के मोहन गार्डन इलाके की विपिन गार्डन कॉलोनी में रविवार सुबह दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। एक शख्स ने पत्नी और अपनो दो मासूम बेटों की हत्या कर खुद की कलाई काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की। आरोपी को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस को सुबह 6 बजे के आसपास मामले की सूचना मिली थी। जब पुलिस टीम मौके पहुंची तो देखा कि घर के अंदर एक कमरे में महिला और उसके दो बच्चों की बॉडी पड़ी हुई है। मृतक महिला की पहचान सुनीता के रूप में हुई है। जबकि उनके बेटों की पहचान 5 साल के अयांश और 3 महीना के अमय के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि सुनीता की शादी राजेश से 8 साल पहले हुई थी। वह जनरल स्टोर की शॉप चलाता था। हाल ही में ISO सर्टिफिकेशन के लिए कंपनी शुरू की थी।

 

शनिवार को एक हफ्ते मायके में रहकर सुनीता अपने ससुराल आई थी। कल ही रात उसने वीडियो कॉल पर अपने भाई से बात की थी। क्योंकि उसके छोटे बेटे का तीन महीना पूरा हुआ था।

मौके पर मौजूद मृतक सुनीता के भाई अखिलेश ने बताया कि कुछ ना कुछ गड़बड़ है। क्योंकि जब उसे वारदात के बारे में पता चला और वह मौके पर पहुंचा तो पुलिस ने उसे घर के अंदर का हाल नहीं देखने दिया। लेकिन यह पता चला कि आरोपी जीजा राजेश ने ग्लब्स पहनकर तीनों की हत्या की है। उसने बताया कि पहले से किसी तरह का कोई झगड़ा नहीं था, अगर ऐसा कुछ होता तो रात में वीडियो कॉल पर उसकी बहन यह सब बताती। आर्थिक स्थिति ठीक थी या नहीं, इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

पुलिस का कहना है कि आरोपी राजेश ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद उसने अपने फ्रेंड को मैसेज भेजकर के घटना के बारे में जानकारी दी। फिर उसके फ्रेंड ने तुरंत राजेश के भाई को बताया और फिर पुलिस को मामले की सूचना दी गई। इसमें हत्या का मामला दर्ज किया गया है। मोहन गार्डन थाना में यह भी पता चला कि उसी मकान में दूसरे कमरे में 75 साल की बुजुर्ग माता और पिता राजेश के मौजूद थे उनसे पुलिस टीम पूछताछ कर रही है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."