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November 3, 2024 2:52 am

‘अतीकवा मरवाए दिहिस हमरे बेटा का…पुलिसवालेन बिक गएन’ ; रोते हुए बोलीं मृतक उमेश की मां शांति पाल

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

प्रयागराज: राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) के गवाह उमेश पाल (Witness Umesh Pal) की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं, एसआरएन अस्पताल (SRN Hospital) के ट्रामा सेंटर में पहुंची उमेश पाल की पत्नी जया, बहन गुड़िया और मां शांति पाल ने रोते हुए माफिया अतीक अहमद पर हत्या का आरोप लगाया हैं। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस वालों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। मां शांति पाल ने रोते हुए कहा कि अतीकवा मरवाए दिहिस हमरे बेटा का, पुलिसवालेन भी बिक गए नहीं तो बचाय लेते। इस दौरान उमेश की बहन गुड़िया ने चीख-चीखकर कहा कि उमेश लगातार अतीक के खिलाफ लगातार कोर्ट कचहरी में लड़ते रहे लेकिन पुलिस उनकी जान नहीं बचा सकी।

जानें क्या है पूरा मामला?

बता दें कि उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे और काफी लंबे समय से वह इस केस की मजबूती से पैरवी कर रहे थे। वहीं, बीते शुक्रवार को वह इसी केस की गवाही देकर कोर्ट से घर लौटे थे। तभी कुछ हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसा दी। इसी दौरान वह जान बचाने के लिए घर में घुसे तो हमलावरों ने उन पर देसी बम से भी हमला किया। जिससे उमेश और उनके दो सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।

आनन-फानन में उमेश और उनके दोनों गनर्स को बीती शाम के करीब पौने 6 बजे घायल हालत में एंबुलेंस के जरिए एसआरएन अस्पताल ट्रामा सेंटर लाया गया था। जहां उमेश पाल और उनके एक गनर की मौत हो गई जबकि एक गनर की हालत नाजुक बनी हुई है। उमेश पाल की मौत से उनके समर्थक बेहद आक्रोशित हो गए। घरवालों के साथ ही लोगों ने भी चीख-चीख कर अतीक अहमद पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस द्वारा लापरवाही बरतने की बात कह रहें है।

कई बार मिल चुकी थी जान से मारने की धमकी

राजू पाल की पत्नी पूर्व विधायक पूजा पाल के करीबी उमेश पाल पर इससे पूर्व भी जानलेवा हमला हुआ था। वह बच गए थे। जान से मारने की धमकी तो कई बार दी जा चुकी थी। बार-बार मिल रही धमकी के कारण ही उनको सरकार ने दो सुरक्षाकर्मी दे रखे थे।

धूमनगंज थानाक्षेत्र में स्थित उसके आवास में हमलावरों ने फिल्मी स्टाइल में इस तरह से बैकअप लेकर अटैक किया कि सुरक्षा कर्मियों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। वहीं, घटना के बाद से पूरे परिवार में मातम छा गया है और रो-रोकर पूरे परिवार का बुरा हाल हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."