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November 22, 2024 8:53 am

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बैंक का एक क्लर्क कुछ ही सालों में कैसे बना करोड़ों का मालिक ? दिलचस्प और हैरतअंगेज कहानी है ये…

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में बैंक क्लर्क के बीते कुछ सालों में अकूत संपत्ति बनाए जाने पर सीबीआई ने शिकंजा कसा है। नोटबंदी के दौरान बैंक कर्मचारी ने अकूत संपत्ति कमाई और किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के नाम पर बैंक ग्राहकों से लाखों रुपये हड़पने के आरोप लगे हैं। शिकायत के बाद सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया फतेहपुर मुख्य शाखा के क्लर्क सुरेंद्र उर्फ मुन्ना शुक्ला और फील्ड मैनेजर को पूछताछ के बाद हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई।

फतेहपुर तहसील के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा में कई गाड़ियों से सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने अचानक ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की। गुरुवार शाम करीब 5 बजे सीबीआई की टीम बैंक पहुंचते ही आने-जाने पर रोक लगा दी। टीम अधिकारी जितेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में बैंक के कर्मचारी सुरेंद्र उर्फ मुन्ना शुक्ला से पूछताछ करने लगी।

लखनऊ समेत कई ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी

रामनगर थाना क्षेत्र के बतनेरा निवासी राजेंद्र गुप्ता ने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के नाम पर 14 फरवरी को लाखों रुपये हड़पने की शिकायत सीबीआई में दर्ज कराई थी। भ्रष्टाचार की शिकायत पर सीबीआई की कई टीमें बैंक कर्मी मुन्ना शुक्ला के फतेहपुर तहसील के कोडवा मजरे बल्लो पुरवा स्थित आवास, लखनऊ और अन्य प्रतिष्ठानों पर एकसाथ छापेमारी की। पूछताछ के दौरान टीम को फर्जी लोन, किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के मुन्ना शुक्ला की अवैध कमाई की अकूत संपत्ति सामने आई है। फिलहाल दस्तावेजों से मिले अहम सुरागों के साथ फील्ड मैनेजर विजय गुप्ता और मुन्ना शुक्ला को हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई।

जानकारों के मुताबिक, मुन्ना शुक्ला फतेहपुर यूनियन बैंक शाखा में 2015 में जनरेटर आपरेटर के रूप में कार्यरत हुआ था, जिसके बाद वह बैंक अधिकारियों के आवभगत में जुटा रहा। कुछ समय बाद वो आंशिक बैंक कर्मी के रूप में नियुक्त कर दिया गया। मुन्ना बैंक में किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनाने लगा।

नोटबंदी के दौरान बन गया करोड़पति

आरोप है कि बाढ़ क्षेत्र से आने वाले किसानों के नाम फर्जी केसीसी करवाने के नाम लाखों रुपये हड़पना शुरू कर दिया। बैंक में ऐसा सिक्का जमाया कोई भी लोन फाइल मुन्ना शुक्ला के हस्ताक्षर से आगे नहीं बढ़ती थी और लोन के लिए ग्राहक मुन्ना शुक्ला से संपर्क करने लगे। अवैध कमाई से मुन्ना ने अपने गांव की कई बीघा जमीनें खरीद डाली और गांव में इंटर कॉलेज भी बनवा डाला। इसके साथ मुन्ना शुक्ला फतेहपुर कस्बे में आवास बनने के बाद लखनऊ में घर बनाकर लग्जरी जीवन जीने लगा।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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