दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार को वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अस्सी स्थित पप्पू के चाय की अड़ी पर चाय की चुस्की भी ली। बता दें कि ये वही चाय की अड़ी है जहां 2022 के विधानसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी ने चाय की चुस्की ली थी। अखिलेश यादव ने चाय वाले से पूछा कि आपकी दुकान में सपा का पोस्टर नहीं दिख रहा है। यह बात अखिलेश यादव को इसलिए पूछनी पड़ी, क्योंकि दुकान पर पीएम मोदी समेत अलग-अलग बीजेपी नेताओं के चाय पीते फोटो नजर आ रही थी।
सपा प्रमुख जब चाय पीकर वहां से निकले तो चाय वाले का बयान खासा चर्चा में रहा। चाय वाले ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अखिलेश जी चाय पीने आए… मोदी है तो मुमकिन है। साल 2022 के बाद से पप्पू के अड़ी की चाय की दुकान को बनारस में पीएम मोदी की चाय की अड़ी कहा जाता है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चाय की अड़ी पर बैठने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यहां चाय की चुस्की का आनंद लिया था।
जो समाजवादियों को हिंदू विरोधी कह रहे, वो खुद हिंदू विरोधी हैं: सपा प्रमुख
वहीं रामचरित मानस विवाद के बीच अखिलेश यादव ने संकट मोचन मंदिर पहुंचकर बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। इस दौरान सपा प्रमुख ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो समाजवादियों को हिंदू विरोधी कह रहे हैं, वो खुद हिंदू विरोधी हैं। देश के सपा प्रमुख ने कहा कि संकट मोचन वो पहली बार नहीं आए। इससे पहले भी वो कई बार संकट मोचन मंदिर आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आशीर्वाद मिलेगा।
27 लाख करोड़ में से 5 लाख करोड़ काशी को भी मिले: अखिलेश
अखिलेश यादव ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के लोग जो बात कहें, उसे जमीन पर उतारें। मैं बाबा विश्वनाथ के दरबार में हूं और प्रार्थना करता हूं कि भाजपा की कोई बात झूठी ना निकले। उन्होंने कहा कि 27 लाख करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट आएगा। मैं बाबा से कहूंगा कि 27 लाख करोड़ में से 5 लाख करोड़ काशी को भी मिले। बाकी 22 लाख करोड़ पूरे उत्तर प्रदेश में बराबरी से मिल जाए।’
Author: samachar
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