Explore

Search

November 2, 2024 12:59 am

पढ़िए कौन सी शत प्रतिशत सही साबित हुई भविष्‍यवाणी जो देवराहा बाबा ने की थी ?

1 Views

राकेश तिवारी की रिपोर्ट 

देवरिया: यूपी में अनेक महान सिद्ध संत हुए हैं। ऐसे ही एक थे देवरहा बाबा (Devraha Baba) । यह यूपी के देवरिया जिले में जन्‍म थे लेकिन कब? इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। कुछ लोग उनकी आयु 900 साल बताते थे, कुछ 500 और कुछ 250 साल। लेकिन यह स्‍पष्‍ट है कि उन्‍हें उसी अवस्‍था में कई पीढ़ियों ने देखा था। मसलन, भारत के राष्‍ट्रपति राजेंद्र प्रसाद बचपन में अपने पिता के साथ देवरहा बाबा के पास गए और बाबा ने उन्‍हें ‘बडे़ होकर ऊंचे पद पर बैठने’ का आशीर्वाद भी दिया। वैसे तो देवरहा बाबा के चमत्‍कारों से जुड़ी अनगिनत बातें हैं लेकिन राम मंदिर निर्माण (Devraha Baba Ram Mandir Prediction) से जुड़ी उनकी भविष्‍यवाणी सबको हैरान करती है।

देवरहा बाबा का एक इंटरव्‍यू यूट्यूब पर देखा जा सकता है जिसमें वह एक पत्रकार के सवालों का जवाब देते हुए पूरे विश्‍वास से कहते हैं कि, ‘राम मंदिर अवश्‍य बनेगा और सबकी सहमति से बनेगा।’ देवरहा बाबा के बारे में कहा जाता था कि उन्‍हीं के परामर्श पर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1989 में विहिप को राम मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दी। यह इंटरव्‍यू उसके बाद का है।

देवरहा बाबा का देहांत जून 1990 में हुआ। उस समय राम मंदिर आंदोलन चल रहा था लेकिन न तो आडवाणी की रथ यात्रा हुई थी और उस समय तक विवादित ढांचा भी जन्‍मस्‍थान के ऊपर खड़ा था। ऐसे में यह कहना कि सबकी सहमति से राम मंदिर बन जाएगा, हैरान करता है। जाहिर सी बात है कि देवरहा बाबा का इंटरव्‍यू जून 1990 से पहले का होगा। इसके लगभग करीब 30 साल बाद यानी 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया। इस फैसले के प्रत‍ि देश में किसी भी वर्ग में कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई बल्कि सहजरूप में इसे स्‍वीकार कर लिया गया।

इंटरव्‍यू में किया था दावा

जिस समय देवरहा बाबा ने भविष्‍यवाणी की थी उस समय किसी को यह पता नहीं था कि राम मंदिर निर्माण का आंदोलन आगे जाकर कौन सा रुख लेगा? फिर इसका परिणाम क्‍या होगा इस बारे में तो कोई आसानी से अनुमान भी नहीं लगा सकता था। पर देवरहा बाबा ने पूरे भरोसे के साथ कहा राम मंदिर अवश्‍य बनेगा और सबकी सहमति से बनेगा। 2019 में जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया उसका सभी ने सम्‍मान किया, एक किस्‍म की आम सहमति द‍िखाई दी भारतीय समाज में जिसका जिक्र देवरहा बाबा ने एक इंटरव्‍यू में किया था।

ज्ञानगंज के ‘सिद्धमंडल’ से था संपर्क

कहा जाता है कि देवरहा बाबा के पास भविष्‍य को देखने की क्षमता थी। उनमें आस्‍था रखने वाले मानते हैं कि हिमालय में स्थित एक गुप्‍त सिद्ध आश्रम ‘ज्ञानगंज’ के योगियों से देवरहा बाबा संपर्क में रहते थे। ज्ञानगंज के इन योग‍ियों का एक ‘सिद्धमंडल’ है जो भारत और दुनिया के भविष्‍य को लेकर सतत सजग रहता है। ज्ञानगंज के बारे में यह भी माना जाता है कि शीतयुद्ध जब अपने चरम पर था उस समय कई बार रूस और अमेरिका एक दूसरे पर परमाणु हमला करने के अंतिम चरण में थे। लेकिन इसी सिद्धमंडल ने धरती को महाविनाश से रोकने के लिए आसन्‍न युद्ध को टाल दिया। कहा जाता है कि ये सिद्ध ऋषि-मुनि मानव सभ्‍यता को केवल दिशा देते हैं उसमें प्रत्‍यक्ष रूप से हस्‍तक्षेप नहीं करते। इन्‍हीं सिद्ध ऋषि-मुनियों की ओर से देवरहा बाबा को संकेत मिला था कि अयोध्‍या में जन्‍मे भगवान राम का मंदिर जन्‍मस्‍थान पर ही बनेगा।

अयोध्‍या में राम मंदिर के निर्माण में इसी उद्देश्‍य की पूर्ति के लिए देवरहा बाबा ने अपनी तरफ से प्रयास भी किए। आज उनके देहांत के 30 साल बाद जब उनकी बातें शब्‍दश: सही साबित हुईं तो लगता है कि राम मंदिर न‍िर्माण को लेकर वह क्‍यों इतने विश्‍वास से भरे हुए थे। दूसरी बात यह है कि उनके उस इंटरव्‍यू में कहीं भी कटुता नहीं दिखाई दी। वह हमेशा कहते रहे, हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, पारसी, सिख सब एक हैं, सब मेरे हैं।’

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."