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November 1, 2024 10:03 pm

राहुल गांधी के बयान के बाद फंस गए वरुण ; क्या वह भाजपा का दामन छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होंगे या सवारी करेंगे साइकिल की ?

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पीलीभीत से भाजपा (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) पिछले कुछ समय से अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी को लेकर चर्चा में रहे हैं। वह कभी महंगाई को लेकर तो कभी अन्य मुद्दों पर बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। वरुण गांधी के बयानों के रहते सियासी गलियारों में यह चर्चा आम है कि क्या वह भाजपा का दामन छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। लेकिन इन चर्चाओं को राहुल गांधी के पंजाब के होशियारपुर में दिए उस बयान के बाद विराम लगता दिख रहा है। जिसमें राहुल गांधी ने कहा है कि वरुण गांधी और उनकी विचारधारा मेल नहीं खाती है।

राहुल गांधी ने क्या बयान दिया ?

राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंजाब के होशियारपुर में वरुण गांधी से जुड़े एक सवाल का जवाब दिया। दरअसल एक पत्रकार ने राहुल गांधी से पूछा था कि क्या वरुण गांधी भारत जोड़ो यात्रा में उनके साथ चलेंगे ? इसका जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वरुण (वरुण गांधी) बीजेपी में हैं अगर वह यहां चलते हैं तो यह उनके लिए एक समस्या हो सकती है। मेरी विचारधारा उनकी विचारधारा से मेल नहीं खाती। मैं आरएसएस कार्यालय नहीं जा सकता, इससे पहले मुझे सिर कलम करना होगा। मेरे परिवार की एक विचारधारा है। वरुण ने दूसरी विचारधारा अपनाई और मैं उस विचारधारा को स्वीकार नहीं कर सकता” राहुल गांधी के इस जवाब के बाद वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा पर विराम लगता दिख रहा है।

वरुण गांधी के सामने क्या हैं विकल्प ?

वरुण गांधी जहां लगातार भाजपा के खिलाफ बयानबाजी से पाला बदलने का संकेत देते दिखाई दे रहे हैं वहीं ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि उनके सामने कौनसे विकल्प खुले हैं ? गौरतलब है कि वरुण गांधी ने हाल ही में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर एक बयान दिया था। वरुण गांधी ने अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए एक किस्सा सुनाया था।

अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए दिए गए उनके बयान के बाद सियासी अटकलें यह भी हैं कि वरुण गांधी क्या समाजवादी पार्टी से जुड़ने के संकेत दे रहे हैं ?

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."