ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट
मथुरा। भारतीय मानवाधिकार परिषद एक भारत सरकार के द्वारा रजिस्ट्रीकृत( 2021-294) एनजीओ है जिसका कार्य समाज में मानवीय अधिकारों की रक्षा करना एवं सामाजिक सहयोग करना है जिससे कि सभी को समानता का अधिकार मिल सके और शासन प्रशासन के सहयोग से असहाय लाचार और निर्बल लोगों की मदद हो सके।
भारतीय मानवाधिकार परिषद गत बरसों से अपने विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्यों में प्रगतिशील है तथा समाज को महापुरुषों की जयंती मना कर उनके प्रति आदर्श एवं सम्मान की भावना समाज के अंदर पैदा हो का कार्य कर रही है । स्वामी विवेकानंद जिनका कि नाम नरेंद्र नाथ था उन्होंने अपनी द्वारा जो समाज के लिए कार्य किए तथा भारत की छवि विश्व में एक विश्व गुरु के रूप में स्थापित की जिस अमेरिका ने उनका तिरस्कार किया उनके लोगों को भाई बहन कह कर उन्हीं लोगों से अपने लिए तालियां बजवाई तथा भारत की विशेषता को विश्व में फैलाकर भारत का परचम लहराया ऐसे महापुरुष की जयंती भारतीय मानवाधिकार परिषद के द्वारा स्वर्ण जयंती हॉस्पिटल के सामने कदम बिहार झुग्गी झोपड़ी में मनाई गई जिसमें बच्चों को स्वामी विवेकानंद जी के जीवन चरित्र के बारे में जानकारी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ललित अग्रवाल आगरा मंडल अध्यक्ष राजेश अग्निहोत्री एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यवाहक चंद्रपाल जी दी एवं भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण किया।
भारतीय मानवाधिकार परिषद की महिला आगरा मंडल अध्यक्ष कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती सुजाता सिंह एवं श्रीमती नीलम खंडेलवाल के द्वारा बच्चों महिलाओं एवं बुजुर्गों को ऊनी वस्त्र छोटे बच्चों को ऊनी कपड़े का सेट, महिलाओं को शॉल ,कार्डिगन ,बुजुर्गों को गरम बनियान, पजामे ,स्वेटर ,जैकेट एवं अन्य ऊनी कपड़ों का वितरण करने का कार्यक्रम कदम विहार झुग्गी झोपड़ी और नरसी विहार झुग्गी झोपड़ी में रखा गया रखा गया । आसपास के स्थानीय लोगों ने भी इस कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग किया लोकेंद्र मेडिकल के संचालक सियाराम जी ने बच्चों को ऊनी वस्त्र वितरित किए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ललित अग्रवाल आगरा मंडल संरक्षक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यवाहक चंद्रपाल सिंह आगरा मंडल अध्यक्ष राजेश अग्निहोत्री राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बी एम अग्रवाल प्रमोद अग्रवाल आगरा मंडल कार्यक्रम संयोजिका नीलम खंडेलवाल ,सुधा चौधरी,बीनू वैदिक,एकता शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."