ठाकुर के के सिंह की रिपोर्ट
फरह। सलेमपुर गांव पर बनी गौशाला स्थित साधु की कुटिया में रात में अचानक आग लग गई। जिससे कुटिया में रखा खाने पीने का सामान, दो लाख रुपये की नकदी और बिस्तर आदि जलकर खाक हो गए।
गांव पर अनाथ नंदी सेवा समिति सलेमपुर द्वारा गौशाला संचालन की जा रही है। गायों की सेवा सुश्रुसा के लिए काफी समय से नंद किशोर महाराज यहां रह रहे थे। कुछ दिनों से गौशाला में निर्माण कार्य भी चल रहा था। बुधवार को साधु कैनरा बैंक से दो लाख रुपये निकाल कर भी लाए थे। पैसे भी कुटिया में रखे हुए थे। संत कुटिया में सो रहे थे। तभी रात में कुटिया अचानक आग की लपटों में घिर गई। सोते साधु के ऊपर जला हुआ बांस गिरा तो वे जागकर बाहर की तरफ भागे और शोर मचाया। ग्रामीण मौके पर पहुंचे तब तक कुटिया का सारा सामान स्वाह हो चुका था। गनीमत थी कि संत नंद किशोर की जान बच गई । आग के कारणों का पता नहीं लग सका है। माना जा रहा है कि असामाजिक तत्वों ने यह करतूत की है।
400 नंदी और गाय, सामने खड़ा हो गया चारे का संकट
सलेमपुर की गौशाला में वर्तमान में 400 गौवंश पल रहा है। समिति अपने स्तर से उनके चारे की व्यवस्था कर रही थी। कुछ क्षेत्रीय दानी लोग भी सहयोग करते आ रहे हैं। आग की घटना ने साधु के ही अरमान नहीं खाक किए हैं अपितु भोलेभाले गौवंश का निवाला भी छीन लिया है।
कुटिया के पास ही टीन शेड पड़ा था, जिसमें भूसा और थोड़ा बहुत हरा चारा भी रखा था। आग गायों के निवाले को भी निगल गई। अब उनके सामने चारे का भी संकट खड़ा हो गया है।
Author: samachar
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