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November 2, 2024 1:04 am

…हर दस्तक पर नजर आते हैं इन मासूमों को पापा, पत्नी बदहवास तो मां रो-रोकर पुलिस बर्बरता के शिकार बेटे को बुलातीं…

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर देहात। कानपुर देहात थाना शिवली के अंतर्गत पुलिस की बर्बरता का शिकार हुए व्यापारी बलवंत की मौत के बाद लालपुर सरैंया गांव में सन्नटा पसरा हुआ है। पति की मौत से पत्नी शालू बदहवास हो गई है, वहीं बलवंत के 2 मासूम बच्चे आज भी अपने पिता के आने का इंतजार कर रहे हैं।

ये मासूम बच्चे दरवाजे पर होने वाली हर दस्तक की आवाज सुन तोतली आवाज में ‘पापा-पापा’ कहते बाहर चले आते हैं। यह देख बलवंत के घर के बाहर मौजूद हर एक व्यक्ति की आंखें नम हो जाती हैं।

पुलिस की बर्बरता का शिकार हुआ बलवंत अब इस दुनिया को अलविदा कह चुका है लेकिन बलवंत के मासूम 2 बच्चे काव्या (3) व यश (1) अपलक तरीके से लोगों को निहार रहे थे। कई बार मां व दादी को रोता देख वे भी रोने लगते तो महिलाएं उन्हें संभालकर दूर ले जातीं और वहीं दरवाजे पर गाड़ी आती देख मासूम बच्चे तोतली आवाज में ‘पापा-पापा’ कहते बाहर निकल आते हैं।

यह सब देख मौके पर मौजूद हर एक व्यक्ति की आंखें नम हो जाती हैं और वहीं अपने बच्चों की आवाज को सुन बदहवास बच्चों की मां शालू मासूम बच्चों से कहती हुई नजर आती हैं कि ‘पापा अब कभी नहीं आएंगे, पापा अब कभी नहीं आएंगे।’

पुलिस बर्बरता का शिकार हुए बलवंत के घर पर मातम छाया हुआ है। मां रो-रोकर अपने बेटे को बुलाती हुई नजर आ रही हैं और कह रही हैं कि ‘कोई तो लौटा दो हमारे पूत को, कोई तो लौटा दो हमारे पूत को’। मां की यह वेदना सुनकर घर के बाहर मौजूद ग्रामीणों की आंखें नम हैं और वहीं पूरे गांव में मातम का सन्नाटा छाया हुआ है, वहीं बदहवास पत्नी शालू अपने पति को याद कर होशोहवास खो बैठी है।

वे बार-बार कहतीं कि थोड़ी देर में आने की बात कहकर रनियां गए थे। मुझे नहीं पता था कि अब वे कभी वापस नहीं आएंगे। मां और दादी को रोता देख हर बात से बेखबर मासूम बच्चे भी बीच-बीच में फफककर रोने लगते हैं और वहीं मां कहती हुई नजर आती है कि ‘आपके बिना इन दोनों मासूम बच्चों को हम कैसे पालेंगी?’ मृतक बलवंत की मां व पत्नी की ये बातें सुनकर वहां सांत्वना देने पहुंची गांव की महिलाएं भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रही हैं।

क्या था मामला?: कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत 6 दिसंबर को व्यापारी चन्द्रभान के साथ हुई लूट की घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम व एसओजी टीम ने संदेह के आधार पर 5 लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें लूट का शिकार हुए चन्द्रभान का भतीजा बलवंत भी मौजूद था।

पूछताछ के दौरान बलवंत पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक सुनीति के निर्देश पर 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए और वहीं पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी। इसी के साथ देर रात 6 पुलिसकर्मियों सहित 7 लोगों के ऊपर हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."